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कहां गए सरकार के वादे, कुल्लू की कंपनी ने खुद ही तय कर डाले सेब के रेट
Last Updated on August 9, 2022 by Vishal Rana
शिमला। हिमाचल के बागवानों ने जब विरोध किया था तो सरकार ने सेब उत्पादकों (Apple Producers) को भरोसा दिलाया था कि सेब का मूल्य कमेटी ही फाइनल करेगी। बावजूद इसके सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कुल्लू के कटरेन प्लांट (Katren Plant) में वेग्रो कंपनी (Wegro Company) ने खुद ही रेट तय कर दिए हैं। इसके विपरीत सेब उत्पादकों को मुख्य सचिव ने नौणी यूनिवर्सिटी के कुलपति की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का भरोसा दिलाया गया था।
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चार दिन पहले सेब उत्पादकों के साथ हुई बैठक में मुख्य सचिव आरडी धीमान (Chief Secretary RD Dhiman) ने यह बात मानी थी कि इस गठित कमेटी में बागवानों को भी शामिल किया जाएगा। यही कमेटी कारपोरेट घरानों के लिए भी सेब के मूल्य निर्धारित करेगी। ताकि निजी घराने सेब का मूल्य गिरा न सकें। वहीं इस संबंध में संयुक्त किसान मंच के सह संयोजक संजय चौहान ने कहा कि सरकार की करनी और कथनी में अंतर है। इसी कारण उसके आदेशों को भी सरेआम ठेंगा दिखाया जा रहा है। वेग्रो कंपनी ने 14 रुपए से लेकर 73 रुपए तक रेट ओपन किए हैं। वहीं मार्केट में उन्नत किस्म का सेब 2800 रुपए प्रति पेटी की दर से बिक रहा है। लार्ज और मीडियम सेब 73 रुपए स्मॉल साइज का 62 रुपए एक्स्ट्रा स्मॉल 51ए एक्स्ट्रा स्मॉल से छोटे साइज का सेब 41 रुपए प्रति किलो दिया गया है। इसी तरह इससे छोटे आकार और बी ग्रेड सेब 33ए 18 और 14 रुपए ओपन किया गया है। हिमाचल के बागवानों ने जब विरोध किया था तो सरकार ने सेब उत्पादकों को भरोसा दिलवाया था कि सेब का मूल्य कमेटी ही फाइनल करेगी। बावजूद इसके सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कुल्लू के कटरेन प्लांट में वेग्रो कंपनी ने खुद ही रेट तय कर दिए हैं।
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