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इस दिशा में स्थापित करें विघ्नहर्ता की मूर्ति, घर में आएगी सुख-शांति
हिंदू धर्म में भगवान श्री गणेश को सर्वप्रथम पूज्य भगवान कहा जाता है। भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान श्री गणेश को समर्पित है। इस साल गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) 31 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन लोग अपने घर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा लाते हैं और उन्हें कई तरह की चीजें चढ़ाई जाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान श्री गणेश की प्रतिमा घर पर रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान श्री गणेश की प्रतिमा उचित स्थान और दिशा में रखने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में श्री गणेश की मूर्ति रखने और उन्हें स्थापित करने के कुछ नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने से भगवान श्री गणेश की कृपा घर पर बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान श्री गणेश की मूर्ति घर के उत्तर-पूर्व कोने यानी ईशान कोण में रखनी चाहिए। जबकि, घर की दक्षिण दिशा में भूलकर भी भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए। ध्यान रहे कि जिस दिशा में भगवान श्री गणेश की मूर्ति रखें वहां कूड़ा-कचरा या फिर घर ना टॉयलेट नहीं होना चाहिए।
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ऐसा करना होता है शुभ
बता दें कि घर पर भगवान श्री गणेश की धातु, गोबर या फिर मिट्टी की मूर्ति स्थापित करें और वो मूर्ती स्थापित करें, जिसमें श्री गणेश बैठे हुए हों। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में सुख-शांति आती है।
इस बात का रखें ध्यान
ध्यान रहे कि घर में श्री गणेश की मूर्ति रखते वक्त गणपति की सूंड दाईं तरफ होनी चाहिए। इसके अलावा उनकी मूर्ति ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए। मूर्ति स्थापित करते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें कि उनकी प्रतिमा के साथ मूषक और लड्डू जरूर रखें।