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शिमला ग्रामीण की तीन पंचायतों के स्कूलों में 46 पद खाली, मामला अदालत में रखा मामला
Last Updated on September 20, 2022 by sintu kumar
शिमला। शिमला ग्रामीण (Shimla Gramin) की तीन पंचायतों के स्कूलों में शिक्षकों के 46 पद (46 Posts) वर्षां से खाली पड़े हैं। यह मामला स्थानीय निवासी पुष्पेन्द्र कुमार (Pushpendra Kumar) ने याचिका के माध्यम से अदालत के समक्ष लाया है। आरोप लगाया गया है कि पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र के छात्रों को गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने में राज्य सरकार विफल रही है। इन स्कूलों में शिक्षकों के कई पद वर्षों से खाली पड़े हैं। ग्राम पंचायत धरोगड़ाए बाग और हिमरी पंचायत के 6 स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनूना (Banuna) में शिक्षकों के 16 पद पिछले सात वर्षों से खाली हैं। इसी तरह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धरोगड़ा (Dharogda) में 13ए बाग में 10ए राजकीय माध्यमिक पाठशाला हिमरी में एक, गढेरी में 3 और गडाहू (Gadahu) में 3 पद खाली पडे़ हैं। दलील दी गई कि शिक्षा का अधिकार मौलिक अधिकार की श्रेणी में आता है। गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के लिए संविधान में दिए प्रावधानों के अनुसार केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ही फैसला ले सकती है। इस क्षेत्र में राज्य सरकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने में नाकाम रही है।