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“आपरेशन अमृतपाल” को लीड करने वाले तेजतर्रार आईपीएस का हिमाचल से है कनैक्शन
Last Updated on March 21, 2023 by saroj patrwal
वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी तक पंजाब पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस अभियान छेड़े हुए हैं। और इस अभियान को लीड कर रहे अधिकारी का ताल्लुक देवभूमि हिमाचल से है। आपरेशन अमृतपाल को लीड करने वाले तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी है स्वप्न शर्मा। उन्हें स्वप्न शर्मा को दो महीने पहले जालंधर रेंजडी डीआईजी बनाया गया है और अब वे अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए छेड़े गए अभियान को लीड कर रहे हैं। जालंधर पुलिस के डीआईजी स्वपन शर्मा के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को पकड़ने की है।
ज्वालामुखी के गांव ढोग में हुआ है स्वप्न शर्मा का जन्म
डीआईजी स्वप्न शर्मा 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वे जिला कांगड़ा के तहत ज्वालामुखी के गांव ढोग के रहने वाले हैं। उनके पिता सेना से सेवानिवृत्त है। 10 अक्टूबर 1980 को कर्नल रिटायर्ड महेश शर्मा और बीना शर्मा के घर उनका जन्म हुआ। उन्होंने ज्ञानी जैल सिंह कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की है। इसी बीच साल 2008 में उन्होंने एचएएस की परीक्षा दी। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वे नौ महीने तक शिमला जिला के चौपाल में बीडीओ भी रहे हैं।
चार बार डीजीपी डिस्क अवार्ड मिला है
2009 में UPSC क्रैक करने के बाद वो आईपीएस बने। ट्रेनिंग के बाद उन्होंने पंजाब कॉडर चुना और वर्तमान में वे पंजाब में डीआईजी हैं। स्वप्न शर्मा को अपनी सख्त कार्यशैली के लिए जाना जाता है। आईपीएस स्वप्न शर्मा राजपुरा, लुधियाना समेत पंजाब के दूसरे शहरों में तैनात रहे हैं। साथ ही 10 माह तक पंजाब के सीएन की सिक्योरिटी में भी तैनात रहें। इसके अलावा स्वप्न शर्मा ने फाजिल्का, बठिंडा, रोपड़, संगरूर, जालंधर और अमृतसर ग्रामीण में एसएसपी रहते हुए शराब तस्करों और गैंगस्टर के खिलाफ अभियान चलाए। स्वप्न शर्मा को चार बार उनकी कार्यशैली के लिए डीजीपी डिस्क अवार्ड मिला है। स्वप्न शर्मा दो बार एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस में भी तैनात रहे है। 24 जनवरी 2023 को पंजाब सरकार ने स्वप्न शर्मा को को डीआईजी के पद पर प्रमोट किया
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