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माफिया अतीक के अंतिम शब्द, नहीं ले गए तो नहीं गए,बस इतना ही बोल पाया
माफिया अतीक अहमद (Mafia Atiq Ahmed) व उसके भाई अशरफ की शनिवार रात दस बजे पुलिस सुरक्षा (Police Security) में हत्या कर दी गई। जिस वक्त हत्या की गई उस दौरान भारी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। अतीक अहमद और अशरफ (Ashraf) को प्रयागराज (Prayagraj) के अस्पताल में मेडिकल के लिए लाया गया था। मीडियाकर्मी दोनों से सवाल-जवाब कर रहे थे तभी हमलावरों ने गोलियां चला दी। हमलावरों ने अतीक अहमद के सिर में गोली मारी पुलिस के मुताबिक हमलावर मीडियाकर्मी बनकर वहां आए थे।
बेटे के अंतिम संस्कार बाबत मीडिया कर्मी पूछ रहे थे सवाल
कॉल्विन अस्पताल (Colvin Hospital) के गेट पर गोलियों से भूने (Gunned Down) गए अतीक अहमद और अशरफ अपनी आखिरी बात भी पूरी नहीं कर सके। गोली लगने से ठीक पहले मीडियाकर्मी उससे बेटे असद के अंतिम संस्कार में नहीं जाने को लेकर सवाल पूछ रहे थे। अतीक इसका जवाब दे ही रहा था कि तभी उसे गोली मार दी गई। पुलिस की गाडी से उतरते ही मीडियाकर्मियों ने उससे पूछा कि बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल ना हो पाने को लेकर उसका क्या कहना है। इस पर आगे बढ़ते हुए अतीक ने कहा कि नहीं ले गए तो नहीं गए। उसका इशारा पुलिस की ओर था। हालांकि इसके बाद फिर वह कुछ नहीं बोल पाया और हमलावरों ने उसे गोलियों से भून दिया।
मेन बात यह है कि…...भतीजे असद (Asad) के अंतिम संस्कार में ना शामिल हो पाने को लेकर अशरफ भी कुछ कहना चाहता था। शूटआउट शुरू होने से ठीक पहले उसने इस सवाल का जवाब देना शुरू किया था। कहा कि मेन बात यह है कि….। हालांकि बात पूरी होती, इससे पहले ही उसे भी मौत के घाट उतार दिया गया।
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