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तीनों खान ने जमा दिया रंग,शाहरुख की आवाज में शेर बोला-मैं हूं ना
Mufasa The Lion King Review: फिल्म इंडस्ट्री में जब भी तीन खान (Three Khans Of Film Industry) की बात होती है तो शाहरुख, सलमान और आमिर का ही नाम दिमाग में आता है, लेकिन हम जिस फिल्म की बात करने जा रहे हैं उसमें भी तीन खान हैं और उन्होंने भी दबाकर कमाल किया है। ये हैं शाहरुख खान, आर्यन (Aryan Khan) और अबराम, यही वजह है कि इंडिया में डिज्नी की इस फिल्म के रिलीज से पहले देखने का क्रेज बना हुआ है। ये फिल्म बच्चों को काफी कमाल की लगेगी और बड़ों को तो साथ जाना ही पड़ेगा लेकिन फिक्र मत कीजिए, बड़े भी फुल एंटरटेन होंगे। 20 दिसंबर को रिलीज होने वाली मुफासा ए द लायन किंग (Mufasa The Lion King) पुरानी लायन किंग का प्रीक्वेल है। इस फिल्म के लिए शाहरुख खान और कंपनी के साथ कई बॉलीवुड एक्टर ने भी अपनी आवाज दी है। चलो तो आज इस बात को ही जान लेते है कि डिज्नी की ये फिल्म (Disney Film) देखनी चाहिए या नहीं।
राजा बनने के लिए विरासत की जरूरत नहीं होती
इंडिया में पुष्पा 2 के फीवर के बीच एक फिल्म रिलीज होने के लिए तैयार है, जो साबित कर देगी कि राजा बनने के लिए विरासत की जरूरत नहीं होती। जमीन पर तो कई राजा राज करते हुए आए हैं, लेकिन हालात की आंधियों से उठा एक सच्चा राजा ये राजा और कोई नहीं बल्कि मुफासा है। शाहरुख खान.आर्यन खान और अबराम खान ने इस फिल्म को अपनी आवाज की जादू से नॉस्टेल्जिया फिलिंग्स से भर दिया है। मुफासा को आवाज शाहरुख खान (Shahrukh Khan) ने दी है और उनकी आवाज ने ही उस शेर को रोमांटिक बना दिया है, जब वो बोलते हैं मैं हूं ना तो दिमाग में शाहरुख और सुष्मिता सेन वाला सीन खुद चलने लगता है। ये एक मनोरंजक फिल्म है जो पारिवारिक मूल्यों की बात बयां करती है। फिल्म हिंदी और अंग्रेजी दोनों वर्जन में ये फिल्म आप देख सकते हैं। बैरी जेनकिंस द्वारा निर्देशित (Directed by Barry Jenkins) मुफासा में शाहरुख खान मुफासा के रूप में लौट रहे हैं, जबकि आर्यन खान ने सिंबा को आवाज दी है। हालांकि, इस बार, अबराम युवा मुफासा के रूप में अपनी शुरुआत कर रहे हैं।
विजुअल्स काफी अच्छे हैं और वॉयस ओवर कमाल का
फिल्म में मुफासा (Mufasa) के राजा बनने की कहानी दिखाई गई है, द लायन किंग के फर्स्ट पार्ट में मुफासा और उसके भाई स्कार की दुश्मनी दिखी थी, लेकिन इस बार कहानी पीछे जाती है, कैसे मुफासा बचपन में एक बाढ़ की वजह से परिवार से बिछड़कर शेरों के एक दूसरे झुंड में पहुंच जाता है, जहां उसे अपना ये मुंहबोला भाई मिलता है, फिर कैसे घुसपैठिए इनके परिवार को मारकर इनकी जान के पीछे पड़ जाते हैं, और भागकर इन्हें जान है एक सीक्रेट जगह जिसके बारे में कोई नहीं जानता। कैसे दोनों भाई दुश्मन बनते हैं, यही कहानी इस बार दिखाई जा रही है। विजुअल्स काफी अच्छे लगते हैं और वॉयस ओवर कमाल (Voice Over Is Amazing) का है। इसे बिल्कुल देसी अंदाज दिया गया है, कुछ सीक्वेंस काफी कमाल के हैं। फर्स्ट हाफ तो काफी कमाल है, सेकंड हाफ में शेरों का लव ट्राएंगल थोड़ा फनी लगता है, लेकिन आप हंसते-हंसते उसे झेल ही जाते हैं क्योंकि फिल्म बच्चों के लिए है।
बैरी जेनकिंस का डायरेक्शन बेहतरीन कहा जा सकता है, उन्होंने स्टोरी को सिंपल रखा है। वॉयस कास्टिंग पर अच्छा काम किया है, कुल मिलाकर बच्चों के साथ ये फिल्म देखी (Movie Can Be Watched) जा सकती है।
-पंकज शर्मा