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NTT में मिले 70 प्रतिशत आरक्षण व वरिष्ठ पद, आंगनबाड़ी वर्कर्स ने आउटसोर्स भर्ती का भी किया विरोध
Aanganwadi workers Meeting : हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवम सहायिका यूनियन ( Anganwadi Workers and Helpers Union) की राज्य स्तरीय बैठक (State Level meeting) का आयोजन किया गया, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) से जुड़े विभिन्न मसलों पर मंथन हुआ। यूनियन ने आउटसोर्स आधार पर एनटीटी भर्ती (NTT Recruitment) का कड़ा विरोध किया।
एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू
यूनियन के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें 6297 पद आउटसोर्स पर आठ हजार प्रति माह की दर से भरे जा रहे हैं। पिछले पचास वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेवाएं देती आ रही हैं और उनके स्थान पर प्री-प्राइमरी एनटीटी शिक्षकों को भर्ती करना अनुचित है।
सरकार वर्कर्स को दे रही है 30 प्रतिशत आरक्षण
सरकार ने एनटीटी भर्ती में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 30 प्रतिशत कोटा (Reservation) देने की बात कही है, लेकिन यह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए घाटे का सौदा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले पचास वर्षों से एनटीटी (NTT) का कार्य कर रही हैं, इसलिए उन्हें वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर एनटीटी के पद पर पदोन्नति देकर नियमित किया जाना चाहिए।
मांगें पूरी न हुई तो सीएम से मिलेंगे
वर्मा ने यह भी कहा कि एनटीटी भर्ती (NTT recruitment) नीति से एनटीटी शिक्षकों का भी शोषण हो रहा है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी परेशानी में डाला जा रहा है। यूनियन ने शिक्षा विभाग को चेताया कि एनटीटी भर्ती (NTT Bharti) करने से पहले एनटीटी डिप्लोमा (NTT Diploma) की जांच की जाए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 70 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। उन्होंने CM से जल्द मिलने की बात भी कही और चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो कोर्ट का रुख किया जा सकता है।
जितेंद्र वर्मा ने कहा, “आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले पचास वर्षों से एनटीटी का कार्य कर रही हैं और हमें वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर नियमित किया जाना चाहिए। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।”
संजू