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जम्मू। इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा (Pilgrimage to Amarnaath) को आखिरकार रद्द ही कर दिया गया। अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Amarnaath Shrine Board) ने इसकी घोषणा मंगलवार को कर दी। इसकी जानकारी जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजभवन ने मंगलवार शाम को दी। राजभवन के अनुसार, मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर, श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने निर्णय लिया कि इस वर्ष की श्री अमरनाथ यात्रा को आयोजित करना और संचालन करना उचित नहीं है। ऐसे में अमरनाथ यात्रा 2020 रद्द किया जा रहा है। हालांकि अभी तक संभावना जताई जा रही थी कि इस साल यात्रा 21 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त तक चलेगी। इस बीच शुक्रवार को यात्रा के लिए ‘प्रथम पूजा’ भी आयोजित की गई थी। ऐस में अचानक अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने यात्रा को रद्द करने की घोषणा कर दी।
राजभवन की ओर से आगे बताया गया है कि धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, श्राइन बोर्ड सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण / आभासी दर्शन जारी रखेगा। पारंपरिक अनुष्ठानों को पहले की ही तरह किया जाएगा। छडी मुबारक को सरकार की ओर से किया जाएगा। इससे पहले यात्रा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी। याचिका अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि अमरनाथ यात्रा में सालाना 10 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचते हैं। इतनी संख्या में लोगों के आने से कोरोना फैलने का खतरा बना रहेगा।
अमरनाथ यात्रा के लिए हर साल अप्रैल के पहले सप्ताह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होती है, हालांकि इस बार कोरोना महामारी के चलते प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी। साल 2000 में अमरनाथ श्राइन बोर्ड बनाया गया, जिसका चेयरमैन जम्मू कश्मीर के राज्यपाल या उपराज्यपाल होते हैं। बता दें कि अमरनाथ यात्रा शुरू करने को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही थीं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे थे। खबरें ये भी थीं कि इस बार सिर्फ बालटाल रूट से अमरनाथ यात्रा कराने की योजना बनाई जा रही है। हेलीकॉप्टर से यात्रा पर भी विचार किया जा रहा है।
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