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चीनी सेना से भिड़ने वाले जवानों को Army Chief ने किया सम्मानित; चीन ने India पर फिर जड़ा आरोप
Last Updated on June 24, 2020 by Deepak
नई दिल्ली/लद्दाख। भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर जारी तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे (Army Chief MM Narwane) अपने दो दिवसीय लेह-लद्दाख दौरे पर गए हुए हैं। इस बीच बुधवार को सेना प्रमुख लद्दाख की फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने चीनी सेना से लोहा लेने वाले सैनिकों का सम्मान किया। आर्मी चीफ नरवणे ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों से लोहा लेने वाले जवानों को कमेंडेशन कार्ड (प्रशंसनीय पत्र) देकर सम्मानित किया।
General MM Naravane #COAS visited forward areas in Eastern #Ladakh and reviewed operational situation on the ground. #COAS commended the troops for their high morale and exhorted them to continue working with zeal and enthusiasm.#NationFirst pic.twitter.com/gc0rmw69Fs
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) June 24, 2020
इससे पहले मंगलवार को सेना प्रमुख ने घायल भारतीय जवानों से मुलाकात की थी। वे उस मिलिट्री अस्पताल में पहुंचे थे, जहां 15-16 जून को गलवाान घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेते घायल हुए जवानों को भर्ती किया गया है। आर्मी चीफ ने इन बहादुर जवानों से बातचीत कर उनका हाल जाना और उनके जल्द ठीक होने की कामना की।
चीनी रक्षा मंत्रालय ने संघर्ष के लिए भारत को ठहराया जिम्मेदार
इस सब के बीच चीन के रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर संघर्ष के लिए भारत (India) को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है। भारत और चीन के बीच सेनाओं को पीछे करने पर सहमति बनने के एक दिन बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू किआन ने कहा कि हम आशा करते हैं कि सीमाई इलाकों शांति और स्थिरता बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत ने एकतरफा कार्रवाई की जिसकी वजह से हिंसा हुई। किआन ने कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर हुए संघर्षों की पूरी जिम्मेदारी भारतीय पक्ष की है। हम आशा करते हैं कि सीमाई इलाकों में शांति और स्थिरता बनी रहेगी। गलवान घाटी में हिंसा (Violence) की घटना भारतीय पक्ष के एकतरफा उकसावे की कार्रवाई और दोनों पक्षों के बीच हुई आपसी सहमति के उल्लंघन की वजह से हुई है।’
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चीनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से आगे कहा गया कि चीनी सेना कोरोना वायरस के कम होने के साथ ही युद्ध की तैयारी के लिए जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण को बढ़ा रही है। पीएलए के तिब्बत मिलिट्री कमांड ने हाल ही में पठारी इलाकों में लाइव फायर ड्रिल किया था। इसके जरिए सैनिकों की संयुक्त युद्ध क्षमता को परखा गया। यह ड्रिल नियमित रूप से हो रही है और किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं है।