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हरिद्वार व चंद्रभागा नदी के अलावा प्रदेश के 72 ब्लॉकों में विसर्जित होंगी वीरभद्र सिंह की अस्थियां
शिमला। स्वर्गीय पूर्व सीएम राजा वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) की अस्थियां सोमवार सुबह जोगनी बाग से लाई जाएंगी। प्रदेश के 72 ब्लॉकों में वीरभद्र सिंह की अस्थि विसर्जन (ashes will be immersed ) कार्यक्रम रखा गया है। जानकारी देते हुए वरिष्ठ नागरिक आत्माराम केदारटा ने बताया कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अस्थियां सोमवार सुबह जोगनी बाग से लाई जाएंगी। इस दौरान घर का सदस्य, पंडित व अन्य लोग मौके पर मौजूद रहेंगे। जोबनी बाग से कलश के माध्यम से अस्थियां व राख पदम पैलेस में लाई जाएगी। पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के अस्थियों के विसर्जन का कार्यक्रम 17 जुलाई तक पूरा किया जाएगा। राजा वीरभद्र सिंह की अस्थियां दो स्थानों पर प्रवाहित की जाएंगी। हरिद्वार (Haridwar) व लाहुल स्पीति के चंद्रभागा नदी (Chandrabhaga river) में घर के सदस्य अस्थि विसर्जन करेंगे। इसी दिन प्रदेश के 72 ब्लॉकों में भी अस्थि विसर्जन कार्यक्रम रखा गया है। हिमाचल में कांग्रेस के 72 ब्लॉक मौजूद हैं इन सभी ब्लॉकों में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की राख का प्रवाह किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसको लेकर पहले आपस में चर्चा की जाएगी और इसके बाद विभिन्न ब्लॉकों के लिए राख भेजी जाएगी व ब्लाक के कार्यकर्ता स्वयं यहां पर आकर राख ले जाएंगे। ब्लॉक स्तर पर ही पवित्र नदियों में अस्थि विसर्जन किया जाएगा। 18 जुलाई को रामपुर स्थित पदम पैलेस (Padm Palace) में शुद्धि कार्यक्रम रखा गया है।
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बता दें कि स्वर्गीय पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का निधन 8 जुलाई सुबह करीब 3.40 बजे शिमला स्थित आईजीएमसी (IGMC) अस्पताल में हुआ। उनकी पार्थिव देह को 10 जुलाई शनिवार को रामपुर बुशहर उनेक पैतृक घर लाया गया। वहीं, से रामपुर के जोगनी बाग में वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर पिछले शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। पैतृक घर रामपुर बुशहर में राजा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार पूरे पारंपरिक विधि-विधान के साथ किया गया। उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। एक खास तरह के श्बमाणश् में उनका शव पदम पैलेस से श्मशाम घाट तक लाया गया। शेरों के 12 मुखी इस बमाण को बनाने में कारीगरों को दो दिन का वक्त लगा। बमाण पर खासतौर पर नक्काशी कर इसे सजाया गया।
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