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खाना खाते समय भूलकर भी ना करें ऐसी गलती, हो जाएंगे कंगाल
हिंदू धर्म में जीवन जीने से जुड़ी कई परंपराएं और नियम (Rules) बताए गए हैं। सदियों से चली आ रही इन परंपराओं का लोग आज भी पालन कर रहे हैं। धर्म शास्त्रों में खाना (Food) खाने को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं, जिनका सनातन धर्म के लोग पालन भी करते हैं। मान्यता है कि खाना खाने के इन नियमों को जो लोग पालन नहीं करते उन्हें दरिद्र होने में ज्यादा देर नहीं लगती है।
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शास्त्रों में कहा गया है कि इंसान को हमेशा जमीन पर बैठकर खाना खाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से धरती मां की सकारात्मक तरंगे पैरों के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं और इन तरंगों से हमारा शरीर सेहतमंद और सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) से भरपूर बनता है। गौरतलब है कि सनातन धर्म में किसी भी शुभ काम में 3 नंबर को अशुभ माना गया है। किसी को भी खाना परोसते समय तीन रोटियां ना परोसें, उसे एक साथ 2 या 4 रोटियां दें। माना जाता है कि ऐसा करने से खाना शरीर में लगता है और सेहत भी सही रहती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, खाना खाना शुरू करने से पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करें। ऐसा करने से खाना शरीर को लगता है और हमारी सेहत भी ठीक रहती है। कभी भी थाली में खाना ना छोड़ें। थाली में खाना अपनी भूख के अनुसार लें। खाना बर्बाद करने पर मां अन्नपूर्णा का कोप झेलना पड़ता है। ध्यान रहे कि खाने की थाली में कभी हाथ ना धोएं। थाली में हाथ धोने को शिष्टाचार के खिलाफ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी और अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और व्यक्ति का बुरा समय शुरू हो जाता है।