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कांगड़ाः #Bird_Flu को लेकर अलर्ट, इन चार उपमंडलों में नहीं बिकेगा चिकन, अंडा और मछली- आदेश जारी
धर्मशाला। कोरोना (Corona) के बाद अब कांगड़ा जिला में बर्ड फ्लू (Bird flu) को लेकर अलर्ट (Alert) जारी कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने फतेहपुर, देहरा, जवाली व इंदौरा उपमंडल में चिकन, अंडा और मछली (Chicken, egg and fish) बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। वहीं, चिकन व अंडा बेचने के साथ ही इन क्षेत्रों से चिकन आदि बाहर भी नहीं जा सकता है। यानी उक्त क्षेत्रों को पूरी तरह से सील करने का निर्णय लिया है। इस बारे आदेश जारी कर दिए गए हैं। डीसी कांगड़ा (DC Kangra) राकेश प्रजापति ने बताया कि बर्ड फ्लू की आशंका के चलते फतेहपुर, देहरा, जवाली व इंदौरा उपमंडल में चिकन, अंडा और मछली बेचने पर पूरी तरह से रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इन क्षेत्रों से चिकन आदि बाहर भी नहीं जा सकेगा।
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डीसी कांगड़ा order suspected Avian flue
बता दें कि पौंग झील में विदेशी परिदों की मौत के बाद प्रशासन यह फैसला लिया है। जालंधर व पालमपुर की प्रारंभिक रिपोर्ट में पक्षियों के मरने के पीछे का कारण बर्ड फ्लू बताया गया है। अब फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है। जिला कांगड़ा स्थित पौंग झील (Pong Lake) में सात समुंदर पार से पहुंचे विदेशी परिदों (Migratory Birds) की अचानक हो रही मौत से रहस्य गहरा गया है। पौंग झील के अलग अलग स्थानों पर अब तक एक हजार से अधिक प्रवासी पक्षी मृत मिल चुके हैं। इनके मरने के पीछे बर्ड फ्लू को कारण माना जा रहा है। मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए बरेली, जालंधर और भोपाल भेजे गए हैं। रिपोर्ट आज शाम या फिर कल तक आ सकती है। वहीं, पक्षियों की हो रही मौत के बाद डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति (DC Kangra Rakesh Prajapati) ने पौंग झील में आगामी आदेशों तक सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। पौंग झील के एक किलोमीटर एरिया को अलर्ट जोन (Alert Zone) घोषित किया गया है। इस एरिया में किसी भी प्रकार की मानवीय व पशुओं को चराने से संबंधित किसी भी प्रकार की एक्टिविटी नहीं हो सकती है। अलर्ट जोन के अगले नौ किलोमीटर को सर्विलांस जोन (Surveillance Zone) बनाया गया है। इस पर विभाग कड़ी नजर रखेगा। पौंग डैम में सभी प्रकार की पर्यटन गतिविधियों पर भी रोक लगा दी है। पौंग झील के किनारे पुलिस (Police) बल तैनात कर दिया गया है। अगर कोई व्यक्ति नियमों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कांगड़ा जिला के वन्य प्राणी परिक्षेत्र धमेटा के मझार, बथाड़ी, सिहाल, जगनोली, चट्टा, धमेटा, और कुठेड़ा व नगरोटा के गुगलाड़ा आदि में पक्षी मृत पाए गए हैं। सबसे पहले धमेटा वन परिक्षेत्र के फतेहपुर क्षेत्र में चार बार हैडिड बतखों और एक कॉमन टील की मौत की जानकारी विभाग को मिली थी। प्रवासी पक्षियों की मौत की सूचना के उपरांत वन्य प्राणी मंडल हमीरपुर (Wildlife Hamirpur) के स्टाफ ने समूचे पक्षी शरण्यस्थल पौंग झील का निरीक्षण किया और विभिन्न स्थानों पर प्रवासी पक्षियों को मृत पाया गया।
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