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BDTS का प्रदर्शन: बोले- अडानी ग्रुप पहले फैक्ट्री खोले, आगामी फैसले बाद में होते रहेंगे
बिलासपुर। हिमाचल में सीमेंट प्लांट विवाद (Cement Plant Dispute) सुलझता नहीं दिख रहा है। गुरुवार को दी बिलासपुर ट्रक ऑपरेटर सोसाइटी बरमाणा (The Bilaspur Truck Operator Society Barmana) के परिसर में ट्रांसपोर्टरों ने भारी संख्या में पहुंच कर धरना प्रदर्शन (Protest) किया और पैदल मार्च निकाला। इस दौरान ट्रांसपोर्टरों ने दुर्गा मंदिर से होते हुए एसीसी कॉलोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर तक रोष प्रदर्शन किया।
मंदिर में मत्था टेकने के उपरांत बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्टरों ने एसीसी (ACC) पार्किंग ग्राउंड के साथ रोड पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ट्रांसपोर्टरों को संबोधित करते हुए बीडीटीएस के प्रधान राकेश कुमार रॉकी ने कहा कि अडानी समूह (Adani Group) और बीडीटीएस प्रबंधन (BDTS Management) के साथ अब तक हुई सभी वार्ता बेनतीजा रही हैं। अडानी ग्रुप रेट साढ़े छह और साढ़े आठ से ऊपर पर अड़ा रहा। उन्होंने कहा कि ट्रक ऑपरेटरों को साढ़े छह और साढ़े आठ रुपए का सीमेंट ढुलाई भाड़ा मान्य नहीं होगा।
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वर्तमान में सीमेंट ढुलाई भाड़ा 11.41 फीसदी और उसके ऊपर सालाना हाइक 3.97 फीसदी व डीजल हाईक सहित जो 12.04 फीसदी प्रति किलोमीटर प्रति टन के हिसाब से रेट बनता है। सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। इसलिए आंदोलन को और तेज करने के लिए है। वहीं आजीविका के लिए इन प्लांटों पर आश्रित हजारों अन्य लोगों के सामने भी रोजी रोटी का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। फैक्ट्रियां दोबारा खोलने की मांग को लेकर ट्रक ऑपरेटर (Truck Operator) लगातार प्रदर्शन कर रहे हैंए लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। उन्होंने सीमेंट प्लांट में सीमेंट ढुलाई के भाड़े को लेकर उपजे विवाद के चलते बरमाणा में ट्रक ऑपरेटरों का अडानी समूह के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन जारी है। उन्होंने सभी ऑपरेटरों से धरने प्रदर्शन में ज्यादा संख्या में उपस्थिति देने की अपील की।