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कटोरे को बॉय-बॉय-भिखारी भी हुए Digital-ऐसे करें कैशलेस पेमेंट
Last Updated on April 26, 2021 by saroj patrwal
जब सब कुछ बदल रहा है तो ये तो होना ही था,आप सोच रहे होंगे,क्या ऐसा हो सकता है। जी बात कर रहे हैं भिखारियों की। दुनिया के बदलते रुख के बीच भिखारी (Beggars)भी बदल गए हैं। वह भी बदलते वक्त के साथ डिजिटल (Digital) हो चुके हैं। कोई भी उन्हें कैशलेस पेमेंट (Cashless Payments) कर सकता है। ऐसा अभी तक चीन में तो देखा ही गया है, वहां भिखारी ई-वॉलेट से भीख मांगते देखे जा सकते हैं। इसी से पता चलता है कि दुनिया डिजिटल क्रांति की गिरफ्त में है।
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हालांकि,भारत में अभी ऐसा नहीं हुआ है,हमारे यहां अभी भी भीख मांगने वाले कटोरे (Begging Bowls)के ही सहारे चल रहे हैं। लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत में भी डिजिटल मोड से भीख मांगी जाने लगे। भारत में भिखारियों की संख्या 4,13,670 है। इस बीच,सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर हुई है, जिसमें भीख मांगने को अपराध की श्रेणी से बाहर रखने की मांग की गई है। कोर्ट ने महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, हरियाणा व पंजाब से इस पर जवाब मांगा है।
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खैर हम बात कर रहे थे चीन (China)की, वहां तकनीक काफी एडवांस हो चुकी है। वहां के लोग नकद के बजाए कैशलैस पर ही ज्यादा जोर देते हैं। इसी के चलते सड़क किनारे बैठे या खड़े भिखारियों को कोई आराम नहीं हो पाती थी,उनके भूखे मरने की नौबत आ चुकी थी। इसी के चलते भिखारी भी अब कार्ड साथ लेकर चल रहे हैं। अकसर चीन में भिखारियों को क्यूआर कोड के साथ सड़क किनारे खड़े देखा जा सकता है। कोई भी आने-जाने वाला क्यूआर कोड (QR Codes) को स्कैन कर भीख दे सकता है।