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हिमाचल घुसने की फिराक में थे पंजाब के Ex DGP, अपहरण मामले में Case Registered
Last Updated on May 7, 2020 by
बिलासपुर/ मोहाली। हिमाचल (Himachal) घुसने की फिराक में तो पंजाब के पूर्व डीजीपी (Retd DGP Punjab) सुमेध सिंह सैनी सफल नहीं हो पाए पर उनके खिलाफ बलवंत सिंह मुल्तानी अपहरण मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। सैनी आज तड़के करीब चार बजे अपने दो साथियों के साथ हिमाचल के प्रवेश द्वार स्वारघाट (Swarghat) के रास्ते से जोर-जबरदस्ती के साथ करसोग जाना चाह रहे थे। हालांकि,बिलासपुर के एसपी ने उन्हें वहीं से वापस मोहाली लौटा दिया। इसके कुछ ही देर बाद खबर आई कि पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी के खिलाफ मोहाली (Mohali) के मटौर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। ये मामला उनके खिलाफ वर्ष 1991 में हुए बलवंत सिंह मुल्तानी अपहरण मामले में दर्ज किया गया है।
आतंकी हमले के बाद मुल्तानी को पकड़ा गया था
बलवंत सिंह मुल्तानी मामला उस वक्त का है जब सुमेध सिंह सैनी (Sumedh Singh Saini) चंडीगढ़ के एसएसपी हुआ करते थे। सुमेध सिंह सैनी पर चंडीगढ़ में हुए आतंकी हमले के बाद मुल्तानी को पकड़ा गया था। हमले में सैनी की सुरक्षा में तैनात चार पुलिकर्मी मारे गए थे। आरोप है कि वर्ष 1991 में सैनी की हत्या के विफल प्रयास के बाद पुलिस ने बलवंत सिंह मुल्तानी (Balwant Singh Multani) का अपहरण कर लिया था। सैनी पर मुल्तानी के अपहरण और फिर उसकी हत्या का आरोप लगा था। मुल्तानी के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई थी, जिसके आधार पर यह केस दर्ज किया गया था।
आज तड़के हिमाचल घुसने की फिराक में थे
ये वही,पंजाब के रिटायर्ड डीजीपी सुमेध सिंह सैनी हैं जो आज तड़के हिमाचल घुसने की फिराक में थे। इसके लिए उन्होंने एसपी बिलासपुर पर भी दबाव बनाने की पूरी कोशिश की पर उन्हें वापस मोहाली लौटा दिया गया। वह बिना परमिट के करसोग जाना चाह रहे थे। इसके लिए उन्होंने भारी जद्वोजहद भी की। मामला आज तडके चार बजे का है। जब रिटायर्ड डीजीपी सुमेध सिंह सैनी अपने दो अन्य साथियों के साथ हिमाचल के प्रवेश द्वार स्वारधाट पर आ धमके। वह मोहाली से सफर कर यहां तक पहुंच गए थे, आगे वह करसोग जाना चाहते थे। जब उन्हें प्रवेश द्वार पर रोक दिया गया तो उन्होंने एसपी बिलासपुर को फोन कर आगे जाने के लिए दबाव बनाया। लेकिन उनकी एक भी बात ना सुनकर उन्हें वापस लौटा दिया गया।
54 साल की उम्र में ही मिली गई थी डीजीपी की कुर्सी
सुमेध सिंह सैनी पंजाब के कड़क अफसरों में से एक माने जाते थे। आतंकवाद के दौरान में केपीएस गिल के बाद आतंकियों की हिट लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहकर सुपर कॉप के रूप में सैनी ने पहचान बनाई। 1982 बैच के आइपीएस सैनी पूर्व डीजीपी केपीएस गिल के सबसे करीबी अफसरों के रूप में माने जाते थे। वह फिरोजपुरए बटालाए बठिंडाए लुधियानाए रूपनगर व चंडीगढ़ के एसएसपी के रूप में भी रहे। सैनी को अकाली-बीजेपी सरकार ने 54 साल की उम्र में ही डीजीपी की कुर्सी पर बैठा दिया था। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ सिटी सेंटर व अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट घोटाले के केस दर्ज करवाने को लेकर भी सैनी कांग्रेसियों के निशाने पर आए थे।