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कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तार की कवायद शुरू, केंद्र की टीम तीन दिन करेगी मुख्य बिंदुओं पर काम
धर्मशाला, पंकज नरयाल। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार (Kangra Airport Expansion) के लिए कवायद शुरू हो गई है। इस प्रस्तावित परियोजना के कार्यान्वयन में केन्द्रीय जल और विद्युत अनुसंधान शाला (सीडब्ल्यूपीआरएस) पुणे की विशेषज्ञ सेवाएं ली जाएंगी। इसे लेकर केंद्रीय जल और विद्युत अनुसंधान शाला के वैज्ञानिकों का एक दल मंगलवार को हिमाचल (Himachal) पहुंच गया है। यह दल एयरपोर्ट रनवे विस्तार (Runway Extension) से लेकर मांझी खड्ड पर बनने वाले ब्रिज निर्माण और उससे जुड़े हर पहलू के गहन अध्ययन के उपरांत व्यवहारिकता रिपार्ट सौंपेंगा। इसके अलावा यह दल परियोजना के पर्यावरण प्रभाव के आकलन समेत पारिस्थितकीय पहलुओं से जुड़े मुद्दों पर भी परामर्श देगा।
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डीसी कांगड़ा (DC Kangra) डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि इस टीम के साथ बैठक हुई है। जिसमें एयरपोर्ट विस्तार के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि पुणे टीम के सहयोग से एक जिलास्तरीय कमेटी का भी गठन किया गया है। यह कमेटी प्रस्तावित परियोजना निर्माण से जुड़े विषय पर सीडब्ल्यूपीआरएस के दल का सहयोग करेगी। बैठक में सीडब्ल्यूपीआरएस (CWPRS) पुणे के वैज्ञानिक, एडीएम रोहित राठौर, उपनिदेशक पर्यटन विनय धीमान सहित जलशक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कांगड़ा और एनएचएआइ समेत परियोजना से जुड़ी अन्य एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया।
कमेटी में इन सदस्यों को किया गया है शामिल
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में गठित कमेटी में जल शक्ति विभाग धर्मशाला और लोक निर्माण विभाग पालमपुर के अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग शाहपुर, कांगड़ा और धर्मशाला तथा लोक निर्माण विभाग शाहपुर व कांगड़ा के अधिशासी अभियंता, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कांगड़ा के निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के उपप्रबंधक और जिला खनन अधिकारी को सदस्य बनाया है।
स्थानीय जनता कर रही एयरपोर्ट विस्तार का विरोध
बता दें कि एयरपोर्ट विस्तार से करीब एक दर्जन गांव प्रभावित होंगे। इन गांवों के ग्रामीणों को विस्थापन कां दंश झेलना पड़ सकता है। ऐसे में यह लोग लगातार इस एयरपोर्ट विस्तार का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीण कई बार धरने और प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इसके अलावा इन ग्रामीणों ने सीएम जयराम ठाकुर से लेकर अनुराग ठाकुर तक से मुलाकात कर इस एयरपोर्ट विस्तार को रोकने की गुहार लगाई थी। बता दें कि इस एयरपोर्ट विस्तार से ढुगियारी, सनौरां, गगल, बाग, बरसवालकड़, सहौड़ा, बल्ला, मुंगरेहड़, झिकली इच्छी, रच्छियालु, जुगेहड़, कियोड़ियां और बड़ोल आदि गांव प्रभावित होंगे। इसके अलावा और गांव भी एयरपोर्ट विस्तार की जद में आ सकते हैं।