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फैक्टरी ब्लास्ट मामलाः सड़कों पर उतरी सीटू, श्रम विभाग पर लगाए मिलीभगत के आरोप
सुनैना जसवाल/ ऊना। हरोली उपमंडल के तहत इंडस्ट्रियल एरिया टाहलीवाल के बाथू में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए ब्लास्ट कांड को लेकर कामगार यूनियन सीटू ने भी सरकार और विभागों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह की अगुवाई में तमाम कार्यकर्ताओं ने श्रम विभाग के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। सीटू का आरोप है कि इस कांड में तमाम विभागों की भी मिलीभगत रही है जिसके चलते अवैध रूप से इतना बड़ा कारोबार जिले की सीमाओं के अंदर चलता रहा। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच होनी चाहिए जिसके लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज को नियुक्त किया जाना चाहिए।
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सीटू की जिला इकाई ने पटाखा फैक्टरी ब्लास्ट कांड को लेकर शुक्रवार सुबह जिला मुख्यालय पर जम कर विरोध प्रदर्शन किया। सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह इस दौरान विशेष रूप से मौजूद रहे। जिला के प्रमुख उद्योगों से सीटू की कामगार यूनियनों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। इस मौके पर कामगार यूनियन ने अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुई घटना को लेकर प्रशासन और विभागों को जिम्मेदार ठहराया। यूनियन का कहना है कि विभागों की मिलीभगत से ही यह अवैध कारोबार जिला में चलता रहा। उन्होंने आठ महिला कामगारों की मौत के लिए सरकारी विभागों के साथ साथ प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया है। सीटू ने मांग की है कि घटना में मारी गई महिलाओं के परिजनों को 50-50 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाए। जबकि घायलों को भी 20-20 लाखों रुपए का मुआवजा दिया जाए। सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह ने इस दौरान मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से कराई जाए। उन्होंने कहा कि जितने भी सरकारी एजेंसियों को जांच में लगाया गया है, उनसे निष्पक्ष जांच की उम्मीद सीटू को बिल्कुल भी नहीं है।