- Advertisement -
शिमला। हिमाचल (Himachal) में नई पंचायतें बनाए हुए एक साल हो गया है, लेकिन इन पंचायतों में पंचायत भवन से लेकर काम करने वाले कर्मचारी तक नहीं है। इससे दो पंचायतों को काम एक ही पंचायत ऑफिस (Panchayat Office) में चल रहा, जिससे कई बार विवाद उत्पन्न हो जा रहा है और लोगों को काम करवाने में भी दिक्कतें आ रही हैं। इसी कड़ी के तहत शिमला के साथ लगती सांगटी पंचायत (Sangti Panchayat) में एक ही पंचायत ऑफिस होने के चलते पुरानी पंचायत के प्रधान ने भवन के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। इससे नई पंचायत के प्रतिनिधियों को खुले आसमान के नीचे मासिक बैठक करनी पड़ी। पुरानी पंचायत प्रधान (Pardhan) पर पंचायत भवन पर कब्जा करने का आरोप है। इसी विवाद के चलते गेट पर ताला जड़ दिया। दरअसल, सेरी में मौजूद नेरी और सांगटी सनहोग पंचायत का एक ही पंचायत घर है। गेट पर ताला जड़ने की शिकायत नई पंचायत के प्रतिनिधियों ने डीसी शिमला (DC Shimla) और जिला पंचायत अधिकारी के समक्ष की है और उचित कार्रवाई की मांग की है।
पंचायत प्रधान राहुल कश्यप और अन्य प्रतिनिधियों ने कहा कि नेरी पंचायत और नवगठित सांगटी पंचायत दोनों का कार्यालय सेरी स्थित पंचायत कार्यालय से चल रहा है। पहले नेरी (Neri) और सांगटी क्षेत्र एक ही पंचायत हुआ करती था। पंचायत चुनाव से पहले सांगटी पंचायत अलग से बनाई गई है। नवगठित नई पंचायत के पास अपना पंचायत भवन नहीं था, इसलिए नवगठित पंचायत के कार्यालय को नेरी पंचायत से ही चलाने के फरमान जारी हुए। साल 2021 में 29 जुलाई को जिला पंचायत अधिकारी (District Panchayat Officer) ने आदेश दिए कि जब तक नवगठित सांगटी पंचायत का भवन नहीं बन जाता, तब तक सांगटी पंचायत का कार्यालय भी नेरी पंचायत ही होगा। जिला पंचायत अधिकारी के आदेश के बाद दोनों पंचायतों का कार्यालय इसी नेरी पंचायत में ही था, लेकिन दो दिन पहले नेरी पंचायत के प्रधान ने पंचायत कार्यलय में ताला जड़ दिया। पंचायत कार्यलय में ताला बदलने का पता तब चला, जब सांगटी पंचायत के प्रधान राहुल कश्यप, उप प्रधान मनोज शर्मा दोनों ही पंचायतों के सचिव (Secretary) और पंचायत के सदस्य चौकीदार समेत पंचायत कार्यालय पहुंचेण।
नेरी पंचायत प्रधान के इस तरह के तानाशाह रवैए के कारण पंचायत के कार्य करना मुश्किल हो गया है। नेरी पंचायत कार्यालय में सांगटी पंचायत का रिकार्ड (Record) भी है। अगर किसी रिकॉर्ड में छेड़छाड़ हुई तो उसके लिए नेरी पंचायत के प्रधान की जिम्मेदारी होगी। इस संबंध में डीसी शिमला, जिला पंचायत अधिकारी को भी शिकायत की गई है, लेकिन कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई अब इस मामले पर पंचायतवासी जल्द ही आंदोलन करेंगे।
- Advertisement -