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पूरी सावधानी के बाद भी घर में पहुंच रहा कोरोना, यह है बड़ी वजह
नई दिल्ली। कोरोना (Corona) काल में जानलेवा इस वायरस से बचने के लिए आप बहुत सी सावधानियां बरत रहे होंगे, लेकिन आपका मोबाइल (Mobile) ही आपके घर तक कोरोना को पहुंचा रहा है। हो गए ना हैरान, क्योंकि हम बिना डिसइन्फेक्ट किए ही मोबाइल का इस्तेमाल करते रहते हैंए जो कोविड-19 (Covid-19) का एक बड़ा कैरियर है। इसकी यह है वजह
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हजारों बार टच करते हैं फोन
एक सर्वे के मुताबिक हम आप दिन में कम से कम 2 हजार से ज्यादा बार अपने मोबाइल को टच करते हैं। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स मोबाइल को संक्रमण (Infection) का बड़ा जरिया मानते हैं। एक बड़ी भूल ये भी होती है कि लोग दफ्तर या कहीं बाहर से घर आकर मोबाइल सीधे बच्चों (Kids) को थमा देते हैं, क्योंकि बच्चा मोबाइल की जिद कर रहा होता है। लोगों को ख्याल नहीं रहता कि फोन डिसइन्फेक्ट (Phone Disinfection) नहीं किया हुआ है । कोरोना संक्रमण के अलावा दूसरे वायरस, बैक्टीरिया के लिए भी मोबाइल एक बड़ा वाहक साबित हो सकता है, इसलिए अपने मोबाइल को हमेशा सेनेटाइज करना बेहद जरूरी है।
सेनेटाइज करते वक्त बरतें ये सावधानी
हालांकि कई लोग मोबाइल को डिसइन्फेक्ट करते हैं, लेकिन इस चक्कर में मोबाइल से हाथ धो बैठते हैं। मतलब मोबाइल खराब हो जाता है। ये एक बड़ी परेशानी है। कोरोना (Corona) से बचाव के लिए लोग दिन में लगातार अपने हाथों के साथ ही अपने मोबाइल फोन को भी सेनेटाइज (Sanitize) कर रहे हैं, लेकिन मोबाइल को डिसइन्फेक्ट करने का सही तरीका मालूम न होने के कारण बड़ी संख्या में फोन खराब होने की शिकायतें भी आती हैं।
मोबाइल यूजर्स आती हैं ये दिक्कतें
मोबाइल फोन के रिपेयरिंग सेंटर्स (Repairing Centers) हर दिन लोग समस्याओं के साथ पहुंच रहे हैं कि उनका फोन ऑन नहीं हो रहा है या किसी के फोन में आवाज कम आ रही है या आवाज़ गायब हो गई है। डिस्प्ले खराब हो गया है या टच स्क्रीन काम नहीं कर रहा। दरअसल इन सबकी सबसे बड़ी वजह है लोग अपने मोबाइल को सेनेटाइज करते समय सेनेटाइज़र स्प्रे (Sanitizer Spray) या सेनेटाज़र जेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। कई लोग तो फोन को चारों तरफ से घुमा कर स्प्रे कर देते हैं।
गलत तरीके से न करें डिसइन्फेक्ट
इससे होता ये है कि स्प्रे करने से फोन के अंदर नमी चली जाती है। इससे फोन के अंदर का सिस्टम खराब होने लगता है। ये नमी फोन के चार्जिंग प्वाइंट, स्पीकर, ईयरफोन प्वाइंट से अंदर चला जाता है, जिससे आवाज़ कम हो जाती है या आनी बंद हो जाती है। इयरफोन (Earphones) पर आवाज़ नहीं आती या स्क्रीन डिस्पले में खराबी आ जाती है कई बार ये नमी सीधे फोन की मेन चिप यानी मदरबोर्ड (MotherBoard) को नुकसान पहुंचा देती है, जिससे फोन ऑन ही नहीं होता और उसे चेंज करवाने में आपको तगड़ा फटका पड़ जाता है।
मोबाइल डिसइन्फेक्ट करने का सही तरीका
अब सवाल है कि फिर मोबाइल को डिसइन्फेक्ट कैसे किया जाए, जिससे हम कोविड के खतरे से भी बचे रहें और हमारा मोबाइल भी खराब न हो, इसके लिए सबसे सही तरीका है एल्कोहॉल बेस्ड वाइप्स का इस्तेमाल, जो बाजार में आसानी से मिल भी जाते हैं। इसमें आपको सेनेटाइज़र स्प्रे नहीं करना पड़ता, बल्कि इस वाइप्स से आप अपने मोबाइल की स्क्रीन उसके बैक पैनल को आसानी से पोछ सकते हैं या साफ कर सकते हैं] क्योंकि ये एल्कोहॉल बेस्ड वाइप्स (Alcohol Based Wipes) बहुत जल्द सूख जाते हैं तो इसमें फोन के अंदर नमी जाने का खतरा भी नहीं होता।
मलमल के कपड़े का करें इस्तेमाल
अगर आपके पास एल्कोहॉल बेस्ड वाइप्स नहीं है तो आप डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे को सीधे मोबाइल पर ना छिड़क कर मलमल के कपड़े या साफ कॉटन के टुकड़े पर डालिए 10 सेकेंड बाद उससे धीरे धीरे मोबाइल की स्क्रीन और बैक पैनल को साफ कर लेंए इस दौरान उस कॉटन से स्पीकर ए चार्जिंग प्वाइंट या इयरफोन प्वाइंट को न साफ करें।