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लगातार भारी बारिश ने रामपुर को बना दिया ‘जोशीमठ’, 100 से ज्यादा घरों में दरारें
शिमला। हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई से लगातार हो रही बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का असर केवल सड़कों पर ही नहीं पड़ा है। प्रदेश में कई स्थानों पर मकानों में ‘जोशीमठ’ जैसी दरारें (Cracks on Homes) पड़ी हैं। यहां तक कि जमीन में भी बड़ी दरारों ने रहवासियों की नींद उड़ा दी हैं। रामपुर (Rampur) के 100 से ज्यादा घरों में दरारें आई हैं।
रामपुर उपमंडल की ननखड़ी तहसील में आने वाली खरहन पंचायत का बाजार ऐसा लग रहा है, मानो भारी तोपखाने की चपेट में आ गया हो। जहां कुछ इमारतें ढह गई हैं, वहीं कई को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
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जल निकासी नहीं, तो मकानों पर असर
“पिछले दो-तीन हफ्तों में लगातार बारिश (Continuous Rain) ने कई लोगों को बेघर कर दिया है। सात इमारतें गिर गई हैं, जबकि बाजार में 20-22 इमारतें असुरक्षित हो गई हैं, क्योंकि इनमें दरारें आ गई हैं। पंचायत में करीब 50 भवन क्षतिग्रस्त हो गये हैं। ढही हुई और क्षतिग्रस्त इमारतें पहाड़ी की ओर स्थित हैं। घाटी की ओर स्थित इमारतें क्षतिग्रस्त होने से बच गईं। “वर्षों से, पहाड़ी से पानी बहता और रिसता हुआ बाज़ार में आता रहा है। इसका मुख्य कारण बाजार के ऊपर पहाड़ी सड़क में जल निकासी की उचित व्यवस्था का अभाव है।
मकान मालिक हुए तबाह
लोगों ने पाई-पाई जोड़कर मकान बनाया था। अब इनके ढहने की स्थिति में होने से मकान मालिक तबाह हो गए हैं। जहां ढही इमारतों के मालिक सदमे में हैं, वहीं घाटी की ओर स्थित घरों में रहने वाले लोग चिंता से भरे हुए हैं। उन्हें डर है कि उनके घर भी ढह सकते हैं।