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हंसराज-विक्रमादित्य के बीच गहमागहमी, भारद्वाज बोले-पहले माफी मांगो फिर होगी बहाली
शिमला। हिमाचल विधानसभा में बजट सत्र (Himachal Budget Session) के तीसरे दिन भी सदन में हंगामा देखने को मिला। इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज (Hansraj) और शिमला ग्रामीण से कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) के बीच काफी ज्यादा गहमागहमी हुई। उधर, सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने भी विक्रमादित्य सिंह के व्यवहार पर आपत्ति जताते हुए इसे अनुचित बताया। दरअसल आज विधानसभा बजट सत्र (Vidhansabha Budget Session) के तीसरे दिन कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukku) ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत निलंबित कांग्रेस विधायकों को बहाल करने के लिए चर्चा का प्रस्ताव लाया।
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सीएम ने विक्रमादित्य के व्यवहार को अनुचित बताया
इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज (Deputy Speaker Hansraj) बोलने के लिए उठे। इस दौरान उन्हें विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने रोक दिया। इसी के चलते दोनों के बीच सदन में जबरदस्त गहमागहमी हो गई। इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से वॉकआउट कर गए, लेकिन कुछ ही देर में सभी कांग्रेस विधायक सदन में लौट आए। उधर, सीएम जयराम ठाकुर ने सदन में बात रखते हुए शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह के व्यवहार को अनुचित करार दिया। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ बदसलूकी की है, उसे माफ नहीं किया जा सकता।
सुक्खू बोले-एक तरफा कार्यवाही की गई
आपको बता दें कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल (Governor) के साथ हुई बदसलूकी के लिए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सहित कांग्रेस के पांच विधायकों को पूर सत्र से निलंबित किया गया है। इसमें मुकेश अग्निहोत्री के अलावा, हर्षवर्धन चौहान, सुंदर सिंह, विनय कुमार और सतपाल रायजादा शामिल हैं। आज विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन जैसे ही सत्र शुरू हुआ तो कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्वाइंट ऑफ आर्डर लाया। इस दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस विधायकों पर एकतरफा कार्यवाही की गई है, जबकि उस दिन के पूरे घटनाक्रम में सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री ने धक्का-मुक्की की शुरुआत की थी। सत्ता पक्ष के विधायकों पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। इसके साथ ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कांग्रेस पांचों विधायकों का निलंबन वापस लिया जाए, नहीं तो कांग्रेस के विधायक सदन को नहीं चलने देंगे।
पहले राज्यपाल से माफी मांगें कांग्रेस विधायक
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने सदन में कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के कार्यकाल का लेखा-जोखा होता है। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्यपाल को राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय गान की तरह सम्मान दिया जाता है। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस विधायकों का निलंबन आपसी बातचीत से वापस लिया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस के विधायकों को पहले बिना किसी शर्त के राज्यपाल से माफी मांगनी होगी। इसके बाद ही कांग्रेस विधायकों के निलंबन को वापस लेने के निर्णय पर बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि उस घटनाक्रम पर सीएम जयराम ठाकुर और मंत्री पहले ही माफी मांग चुके हैं। अब कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद ही कांग्रेस विधायकों का निलंबन वापस लेने पर विचार होगा।