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हिमाचलः बेटा-बहू और पोतों ने 80 साल की बुजुर्ग को पत्थर मारकर घर से बाहर निकाला
Last Updated on April 3, 2022 by
नाहन। मुझे मेरे बेटे, बहू और पोतों ने पत्थर मारकर घर से बाहर निकाल दिया है। अब वह पड़ोसियों के यहां आश्रय लेकर रह रही है। वहां पर भी उसे चैन से नहीं रहने दिया जाता। नाहन (Nahan) के जमटा में आयोजित जनमंच में एक 80 साल की बुजुर्ग ने न्याय की गुहार लगाई है। जनमंच (Janmanch) में खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग तथा विधायक राजीव बिंदल (Rajeev Bindal) मौजूद थे। सुरला पंचायत की 80 वर्षीय कृष्णा प्यारी की पीड़ा को सुनकर वहां मौजूद हर किसी का दिल पसीज गया। बुजुर्ग (Elderly) ने बताया कि उसके पति पूर्ण चंद पटवारी थे।
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उनकी मौत के बाद उसके बड़े बेटे कुलदीप को करूणामूलक आधार पर पिता की नौकरी (Job) मिली। कुछ वर्ष पूर्व उसकी भी मौत हो गई तथा उसकी पत्नी विद्या को डीसी आफिस (DC Office) में चपरासी की नौकरी मिल गई। विद्या देवी उससे जमीन व पैसा मांगती रहती है। उसके साथ अभद्र व्यवहार भी करती है। कृष्णा का दूसरा बेटा सोहन लाल भी गांव में अलग रहता है, जबकि उसकी तीन बेटियां हैं, जिसमें से दो की शादी करनाल तथा एक की शादी पेवा में हुई है। कृष्णा सुरला गांव की ही शकुंतला देवी के पास रहती है। मंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि उसे कुछ हो जाता हैए तो उसकी बहू उसके लिए जिम्मेदार होगी, न कि शकुंतला देवी। कुछ वर्ष पहले उसके बेटाए बहू व पोतों ने उसे पत्थर मारकर घर से निकाल दिया है। अब उसका घर भी उजाड़ हो गया है। उसकी बहू नाहन में सरकारी क्वार्टर में रहती है। डीसी सिरमौर (DC Sirmour) राम कुमार गौतम ने पुलिस अधीक्षक व एसडीएम नाहन को जांच के आदेश दिए। दो सप्ताह में जांच पूरी करने के बाद आगामी कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
सोसायटी मोहन सिंह के छह लाख वापस करे या तीन बिस्वा जमीन दे
मोहन सिंह ने बताया कि उसने एनपीए हुई सोसायटी के पदाधिकारियों के जनरल हाउस के प्रस्ताव के बाद एकमुश्त छह लाख रुपए बैंक में जमा करवाएं। सोसायटी (Society) के जनरल हाउस में तय हुआ था कि यदि सोसायटी को एनपीए से बचाने के लिए कोई व्यक्ति छह लाख रुपए जमा कराता है तो एक वर्ष बाद सोसायटी उसके छह लाख रुपए को ब्याज (Interest) के सहित उस व्यक्ति को लौटा देगी या फिर उसके बदले में तीन बिस्वा जमीन देगी।अब भी विभाग व सोसायटी के पदाधिकारी मोहन सिंह को न पैसे लौटा रहे हैं, न ही जमीन उसके नाम करवा रहे हैं। जिस पर नाहन के विधायक डा- राजीव बिंदल ने को-आपरेटिव सोसायटी (Co-Operative Society) के अधिकारियों को तलख लहजे में कहा कि वह एक माह में मामला हल करवाएंए नहीं तो इस कार्रवाई को जनमंच की कार्रवाई से निकाल दिया जाए। उपायुक्त आरके गौतम ने आश्वासन दिलाया कि दो माह में मामले को सुलझा लिया जाएगा।
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