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हेलीकॉप्टर ने लाहुल स्पीति से कुल्लू पहुंचाई ईवीएम, पांगी से भी चंबा शिफ्ट
केलंग/ चंबा। हिमाचल (Himachal) में चुनावी समर बीत गया। अब वोटरों की नहीं बल्कि ईवीएम में बंद नेताओं की किस्मत की चिंता है। वहीं हिमाचल में निर्वाचन आयोग (Election Commission) के सामने लाहुल स्पीति, किन्नौर, चंबा के पांगी-भरमौर (Bharmaur) विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव करवाने की एक बड़ी चुनौती (challenge) थी। क्योंकि ये क्षेत्र दुर्गम हैं। मगर कुशल प्रबंधन (Efficient Management) के जरिए इन क्षेत्रों में चुनाव करवाने की प्रक्रिया में सफलता हासिल कर ली है।
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अब चुनाव निपटने के बाद ईवीएम को शिफ्ट किया गया है। माइनस तापमान और बर्फबारी को देखते हुए चुनाव आयोग ने ने लाहुल स्पीति जिला से ईवीएम हवाई सेवा के माध्यम से भुंतर पहुंचा दी हैं। तो जाहिर है कि आठ दिसंबर को मुख्यालय केलंग की बजाय जनजातीय भवन भुंतर (Bhuntar) में ही मतों की गणना होगी। वहीं निवार्चन आयोग अधिकारियों ने ईवीएम को सील कर दिया है। जैसा की ज्ञात है कि दिसंबर महीने में लाहुल स्पीति जिला में भारी बर्फबारी होती है। इस कारण यहां ठंड बढ़ जाती है।
वहीं तापमान भी माइनस तक पहुंच जाता है। ईवीएम में कोई खराबी ना आए और बर्फबारी के कारण मतगणना पर कोई प्रभाव ना पड़े इसी को मद्देनजर रखते हुए चुनाव आयोग ने ईवीएम को सुरक्षित कुल्लू जिला में पहुंचा दिया है। वहीं यदि लाहुल स्पीति जिला में मतदान की बात करें तो यहां 73.75 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग (Tashigang) में 100 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं खर में 94, योगमा में 92 व अपर केलंग में 90 प्रतिशत मतदान हुआ है। यदि आठ दिसंबर को मौसम साफ रहा तो मतगणना के दिन अधिकतर मतदाता भुंतर पहुंचेंगे। इसके विपरीत यदि बर्फबारी (snowfall) होती है तो मतदाता घर से ही मतगणना की जानकारी लेंगे। वहीं अगर पांगी की बात करें तो भरमौर के उपमंडल पांगी में इस बार कुल 10353 मतदाताओं ने मतदान किया है। इनमें से 5439 पुरुष और 4914 महिला मतदाता शामिल हैं। पांगी घाटी में 70.81 फीसद मतदान हुआ है। वहीं पांगी से भी ईवीएम चंबा पहुंचा दी गई हैं।