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राजकीय सम्मान के साथ हुआ CBI के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार का अंतिम संस्कार
Last Updated on October 8, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। सीबीआई के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार ( Former CBI Director Ashwini Kumar)का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संजौली स्थित श्मशान घाट पर हुआ। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, पूर्व मंत्री जीएस बाली, मुख्य सचिव अनिल खाची और डीजीपी संजय कुंडू सहित जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले गुरुवार सुबह आईजीएमसी ( IGMC) में अश्विनी कुमार का पोस्टमार्टम हुआ। जिसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया, शव को पहले उनके घर लाया गया और फिर संजौली स्थित श्मशान घाट पर लेजाया गया।
सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह सहित प्रदेश के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है।
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अश्वनी कुमार हिमाचल प्रदेश के डीजीपी (DGP) भी रहे हैं। बुधवार देर शाम को उनका शव कमरे में फंदे से लटका बरामद हुआ था। इसके बाद रात को फॉरेंसिक टीम( Forensic team) ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए। उनके नाम का सुसाइड लेटर ( Suicide letter)भी बरामद हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि अश्विनी कुमार पार्किंसंस नामक रोग से भी परेशान थे। वे अपनी बीमारी से तंग आ गए थे। साइड नोट में उन्होंने इसका जिक्र किया है और लिखा है कि वे परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते। अश्विनी कुमार ने अपने सुसाइड नोट में अंगदान करने की भी इच्छा जताई थी।
हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व सीबीआई डायरेक्टर रहे अश्वनी कुमार जी के असामयिक मृत्यु की खबर सुनकर दुःखी हूं।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकग्रस्त परिवार को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति ! pic.twitter.com/vjiBs9EcLV
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) October 8, 2020
वीरभद्र सिंह, कुलदीप राठौर ने जताया शोक
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, पूर्व सासंद प्रतिभा सिंह शिमला ग्रामीण के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मणिपुर,नागालैंड के राज्यपाल, सीबीआई के पूर्व निदेशक,व प्रदेश पुलिस प्रमुख रहें आईपीएस अधिकारी अश्विनी कुमारके निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए दिवगंत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की है व शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदना भेजी है।वीरभद्र सिंह ने अपने शोक संदेश में उनकी आत्महत्या पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि उनके जाने से प्रदेश ने एक महान व्यक्तित्व और कुशल प्रशासक खो दिया। वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहते अश्विनी कुमार ने पुलिस सुधारो के जो कार्य किये,उसके लिय उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। एक सामान्य परिवार से सम्बंध रखने वाले अश्वनी कुमार प्रदेश व देश के प्रमुख पदों तक पंहुचे इसलिए उनके प्रदेश व देश को दिए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगाहिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि अश्विनी कुमार निधन से प्रदेश ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया।राठौर ने शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदना देते हुए कहा है कि इस बड़ी क्षति को शायद ही पूरा किया जा सके। पुलिस विभाग में उनके पुलिस प्रमुख के कार्यकाल में पुलिस सुधारों और समाज मे दी गई उनकी सेवाओं को यह प्रदेश हमेशा याद रखेगा।
1973 बैच के आईपीएस अधिकारी थे अश्विनी कुमार
70 वर्षीय अश्विनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था। वह 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। 2006 से लेकर 2008 तक हिमाचल के डीजीपी रहे। इसके साथ ही सीबीआई व एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे। अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के निदेशक रहे। पूर्व पीएम राजीव गांधी की सुरक्षा में भी अश्विनी कुमार तैनात थे। मार्च 2013 में रिटायरमेंट के बाद वे नागालैंड के राज्यपाल बनाए गए तो काफी विवाद भी हुआ था। हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के वीसी भी रहे। उन्होंने कई विषयों में मास्टर डिग्री हासिल की थी।