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हिमाचलः बारिश-बर्फबारी का दौर जारी, तूफान ने भी जमकर मचाई तबाही-जाने कल कैसा रहेगा मौसम
शिमला। हिमाचल में मौसम के करवट बदलते ही पहाड़ों पर चांदी की चादर बिछ गई है। धौलाधार सहित भरमौर की चोटियों पर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी बर्फबारी (Snowfall) जारी रही। अटल टनल रोहतांग (Atal Tunnel Rohtang) के दोनों छोर पर चार इंच ताजा हिमपात हुआ है। जिसके चलते अटल टनल सैलानियों के लिए मंगलवार को बंद रही। राजधानी शिमला, कांगड़ा, हमीरपुर सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मंगलवार को बादल झमाझम बरसे। प्रदेश के कई क्षेत्रों में तुफान और अंधड़ की भी सूचना है। जिससे लोगों को खासा नुकसान भी हुआ है। बारिश-बर्फबारी (Rain and snowfall) के चलते भरमौर-पठानकोट और आनी-कुल्लू नेशनल हाईवे ठप हो गए। रोहतांग दर्रे (Rohtang Pass) में आठ इंच बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है। कोकसर में भी आधा फीट बर्फ पड़ चुकी है। बर्फबारी के कारण केलंग कुल्लू बस सेवा भी बंद कर हो गई है।
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मनाली के पर्यटन स्थल रोहतांग, राहनीनाला, मढ़ी, ब्यासनाला, राहलाफाल, गुलाबा, सोलंगनाला, धुंधी, फातरु, कोठी व अंजनीमहादेव में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। अटल टनल में सुबह से सभी वाहनों की आवाजाही बंद है। मौसम विभाग (Meteorological Department Shimla) ने हिमाचल के मध्य और उच्च पर्वतीय आठ जिलों में बुधवार को भी बारिश-बर्फबारी के आसार जताए हैं। 25 मार्च से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं। बता दें कि मंगलवार सुबह लाहुल-स्पीति (Lahul spiti) और कुल्लू जिले की ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ। मंगलवार को त्रियूंड और आदि हिमानी चामुंडा की पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी हुई। जिला कांगड़ा के अन्य क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहा। वहीं प्रदेश में हुई बारिश बर्फबारी के बाद किसानों (Farmers) के चेहरे खिल उठे हैं। मैदानी इलाकों में जहां गेहूं की फसल को यह बारिश संजीवनी मानी जा रही है। वहीं बागवानों के लिए भी बर्फबारी खुशी लेकर आई है।
चूड़धार में बर्फबारी का सिलसिला जारी
संगड़ाह। सिरमौर (Sirmaur) जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में दूसरे दिन मंगलवार को भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। खराब मौसम तथा यात्रा पर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद कईं श्रदालु चूड़धार की तरफ जाते दिखे। हालांकि उन्हें आधे रास्ते से वापस लौटना पड़ा। बता दें कि बाहरी राज्यों के कुछ पर्यटक भी नौहराधार में ही रुकने का मन बना रहे है। इनका कहना है कि मौसम साफ होने के बाद थोड़ा ऊपर जाकर बर्फ के दीदार करेंगे। कुछ पर्यटक वाटरप्रुप टेंट लगाकर उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले चूड़धार के जंगल में रह रहे है।
बारिश और अंधड़ ने उड़ाई कई घरों की छतें
हमीरपुर। मंगलवार सुबह सुजानपुर में आए तूफान (Storm) के चलते एक मकान पर पेड़ गिर गया, जिससे मकान को क्षति पहुंची है। सुजानपुर के वार्ड नंबर 1 की पार्षद सविता महाजन ने बताया कि मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे के करीब आए भीषण तूफान के चलते एक आम का बड़ा सा पेड़ (Big Tree) उनके पक्के मकान पर गिर गया। इसी तरह से जिला चंबा में भी तूफान ने काफी तांडब मचाया है। चंबा के रूड़ेगा प्राथमिक पाठशाला की रसोई घर की छत, प्राथमिक पाठशाला जुंगरा भवन की छत, प्राइमरी स्कूल जुंगराहर के भवन की छत और ग्राम पंचायत झुलाडा में एक मकान की छत उड़ गई। प्रशासन नुकसान का आकलन करने में जुट गया है। भरमौर-पठानकोट एनएच लाहल और दिन का घार सहित तीसा में दो, सलूणी और पांगी में एक-एक मार्ग बंद हो गया है।
इसी तरह से जिला मंडी के लडभडोल
क्षेत्र में दिन को आए भारी तूफान में घरों के साथ लगते कई पेड़ उखड़ गए तथा कई जगह घरों की छतें भी उड़ गई। हालांकि इसमें जान-माल का कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। पंचायत प्रधान चंद्रमणि राणा ने भी घटनास्थल का दौरा कर लोगों का ढांढस बढ़ाया। लांगणा पंचायत के नेरी गांव में इस तूफान के कारण एक बिजली का पोल भी गिर गया जिसके कारण नेरी तथा कोटला तथा अन्य गांवों में विधुत सप्लाई बंद हो गई। वहीं नेरी गांव में बिजली के पोल के ऊपर पेड़ गिरने के कारण कई गांवों की विद्युत सप्लाई बंद हो गई।
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