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हिमाचल की पहली Online Yoga प्रतियोगिता मार्च में, योगासन को खेल का दर्जा ऐतिहासिक निर्णय
शिमला। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (Morarji Desai National Institute of Yoga) के निदेशक डॉक्टर आईडी वासवारेड्डी (Dr. ID Vasavareddy) ने कहा है केंद्रीय खेल मंत्रालय (Union Sports Ministry) द्वारा योगासन को खेल का दर्जा (Sports Status) दे दिए जाने के दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि इससे युवाओं में अब योग के प्रति रुचि बढ़ेगी। डॉ. वासवारेड्डी राष्ट्रीय योगासन खेल संघ के अध्यक्ष भी हैं। वे हिमाचल प्रदेश योगासन खेल संघ (Himachal Pradesh Yogasan Sports Association) के चार दिवसीय ऑनलाइन योगासन खेल जजों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दिसंबर से पहले योग आयुष मंत्रालय के अधीन आता था। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किए जाने के प्रयासों के अंतर्गत खेल मंत्रालय ने इसे औपचारिक रूप से खेल का दर्जा दिया है।
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प्रदेश योगासन खेल संघ के महासचिव विनोद योगाचार्य ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्था के अध्यक्ष स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) की प्रेरणा और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एवं विख्यात योग गुरु डॉ जीडी शर्मा के मार्गदर्शन में इसी वर्ष प्रदेश योगासन खेल संघ की स्थापना हुई है। प्रो. जीडी शर्मा ने बताया कि जज एवं रैफरी के ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद मार्च में पहली राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता (Online Yoga Competition) कराई जाएगी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय योगासन खेल संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एमएस देसवाल, हिमाचल योगासन खेल संघ के संरक्षक (GD Sharma) प्रोफेसर जीडी शर्मा, अध्यक्ष लीलाधर शर्मा के अलावा बिजली बोर्ड के निदेशक (ऑपरेशन्स) पंकज डढ़वाल, अनुपमा चंदेल, गोपाल अत्री, विवेक सूद, नवीन कुमार, हेतराम, शुभम शर्मा, ईशान चौहान और रणजीत योगी ने प्रशिक्षुओं को तकनीक से संबंधित जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन भाग लिया ।
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