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मंडी जिला को बारिश ने कितने जख्म दिए, यहां देखें पूरी डिटेल
मंडी। जिला में 13 से 15 अगस्त तक हुई भारी बारिश के कारण अभी तक 267 लोगों के घर पूरी तरह से टूट गए हैं। 19 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 9 लोग अभी तक लापता हैं और उनकी तलाशी का कार्य जारी है। मंडी जिला प्रशासन ने बहाली के कार्य को शुरू तो कर दिया है लेकिन यह कार्य अभी आने वाले कई दिनों तक जारी रहने वाला है।
एडीसी मंडी निवेदिता नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 267 सड़कें पूरी तरह से बंद पड़ी हुई हैं। जिला से होकर गुजरने वाला चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे अनेकों स्थानों पर बंद है और इसे बहाल करने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है। कुल्लू-मनाली के लिए वाया कटौला कमांद रूट पर छोटे वाहनों को भेजा जा रहा है लेकिन वहां पर भी बार-बार भूस्खलन होने के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं।
मंडी -पठानकोट नेशनल हाईवे भी पूरी तरह से बंद है लेकिन वाया कटिंडी डायना पार्क होकर गाड़ियां भेजी जा रही हैं। इसे बहाल करने में अभी समय लग सकता है। जिला में 317 पानी की सकीमें पूरी तरह से प्रभावित हैं। 1219 ट्रांस्फार्मर डाउन हैं जिस कारण बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है। 267 घर, 502 गौशालाएं और 4 दुकानें पूरी तरह से धराशाही हो चुकी हैं।
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235 पशु इस आपदा के दौरान मारे जा चुके हैं। इन्हीं का ही अभी तक के नुकसान का प्रारंभिक आंकलन 31 करोड़ बन रहा है। उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग अभी सभी व्यवस्थाओं की बहाली के कार्य में जुटे हैं ताकि लोगों को सुविधाएं मिल सके, इसलिए अभी विभागों से नुकसान की रिपोर्टें आना बाकी है। उसके बाद ही नुकसान का सही अनुमान लगाया जा सकता है। प्रशासन भी सबसे पहले फौरी मदद देने के कार्य में जुटा है। सड़कों को बहाल किया जा रहा है और बिजली पानी की सुविधाओं को भी तुरंत प्रभाव से बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।