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मंडी: गेहरू वन विभाग बीट में अवैध खनन कर बना डाली सड़क, सरकारी धन का भी दुरुपयोग
सुंदरनगर । मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर ( Sundernagar) के अति दुर्गम क्षेत्र बलग के गेहरू वन विभाग की बीट में अवैध खनन ( Illegal mining) कर सड़क बनाने का मामला सामने आया है। चिंताजनक बात यह है कि इस सड़क को बनाने के लिए देवदार के पेड़ और अन्य वन संपदा नष्ट कर डाली है। ग्रामीणों ने जब यह मामला वन विभाग के संज्ञान में लाया गया तो अब विभाग लीपापोती करने में जुट गया है। जिसके चलते ग्रामीणों में महेंद्र सिंह, चमन लाल, विजय कुमार हंसराज, देवेंद्र, संत राम, सीता राम, भूमि सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर शिकायत की और शिकायत नंबर 321236 पर वास्तु स्थिति के बारे में हिमाचल सरकार को अवगत करवाया। लेकिन हैरत की बात यह है कि अभी तक संबंधित गार्ड बीट ऑफिसर रेंजर ऑफिसर की ओर से धरातल में कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है।
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बताया जा रहा है कि जिस जगह पर यह सड़क बनी है ,वहां पर बीडीओ सुंदरनगर की ओर से भी बैकवर्ड एरिया सब प्लान के तहत दो लाख रुपए की राशि जारी की गई थी। हैरत की बात जो धनराशि वहां दी गई वह लंबीधार से हरिजन बस्ती दरसाज के लिए मंजूर थी। लेकिन इस राशि को किसी दूसरी जगह ही डाला है। भले ही वन विभाग ने डैमेज रिपोर्ट इस अवैध खनन के कार्य की तैयार कर ली गई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अभी तक अमल में नहीं लाई गई है। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों में हिमाचल सरकार जिला प्रशासन और वन विभाग के रवैए के प्रति गहरा रोष है।
इतना ही नहीं इस सरकारी धन के दुरुपयोग करके जो निर्माण कार्य किया गया है। उसके लिए तकनीकी कर्मचारियों ने गलत एमबी तक काट डाली है। सड़क बनाने के लिए वन संपदा का जो नुकसान हुआ वह भी कम नहीं है। उधर, वन विभाग के वन मंडल अधिकारी सुभाष पराशर का कहना है कि इस अवैध खनन के कार्य की डैमेज रिपोर्ट तैयार कर दी गई है और काम को फिलहाल रुकवा दिया गया है।
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