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500-1000 के पुराने नोट बदलने का सच?
इंटरनेट के इस युग में बहुत सारी सूचनाएं भ्रमित करने वाली भी सामने आती रहती हैं। इन दिनों एक सूचना बार-बार सामने आ रही है कि नोटबंदी के दौरान बंद हुए 500-1000 के पुराने नोट बदलवाने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। इसमें ये भी कहा जा रहा है कि ये सुविधा विदेशी पर्यटकों जैसे लोगों के लिए है। इस तरह की सूचना आरबीआई के लेटरहेड प्रारूप पर बाकायदा टाइप की हुई है। हालांकि,नोटबंदी को हुए चार साल बीत चुके हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस सूचना में लिखा गया है कि वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी के दौरान बंद हुई करेंसी नोटों को बदलने का सरकार की ओर से एक और मौका दिया जा रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि नोटबंदी में बंद हुए पुराने नोटों को बदलवाने की समयसीमा बढा दी गई है। ये सुविधा विदेशी पर्यटकों के लिए है।
वर्ष 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नोटबंदी की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने 500 और 1000 के पुराने नोट बंद किए जाने की बात कही थी। इसके बाद लोगों को पुराने नोट बदलने का मौका दिया गया था। इस समय सीमा को खत्म हुए लंबा वक्त बीत चुका है। अब एक सूचना जो वायरल हो रही है,उससे लोगों में भ्रम पैदा हो गया है। लेकिन आरबीआई की वेबसाइट पर ऐसी कोई नोटिफिकेशन नहीं है,जिससे ये पता चल रहा हो कि सरकार ने पुराने नोट बदलवाने की समय सीमा बढ़ाई हो।