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भारत का इक्विटी मार्केट 4 ट्रिलियन डॉलर के करीब, दुनिया में 5वें नंबर पर
नई दिल्ली। पांच ट्रिलियन डॉलर (5 Trillion Dollar Economy) के रास्ते पर बढ़ रही भारत की इकोनॉमी के लिए सुखद खबर यह है कि देश इक्विटी मार्केट कैप (Equity Market Cap) 4 ट्रिलियन डॉलर के नजदीक पहुंच गया है। गुरुवार को बीएसई लिस्टेड शेयरों (BSE Listed Shares) का मार्केट कैप अपने ऑल-टाइम हाई लेवल 328.33 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। डॉलर के हिसाब से देखें तो यह 3.94 ट्रिलियन डॉलर बैठता है। चार ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए भारत को केवल पांच लाख करोड़ रुपये की जरूरत है। दुनिया के बाजारों में भारत का नंबर पांचवां है।
इस कैलेंडर ईयर में निफ्टी में 9 परसेंट की तेजी आई है। स्मॉल एंड मिडकैप शेयरों (Small And Midcap Shares) के जबरदस्त प्रदर्शन और कई आईपीओ (IPO) आने के कारण इस साल भारत का मार्केट कैप करीब 46 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। भारत मई 2021 में तीन ट्रिलियन डॉलर के मुकाम पर पहुंचा था। दुनिया की बात करें तो इस लिस्ट में अमेरिका 47 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ पहले, चीन (9.7 ट्रिलियन डॉलर) दूसरे, जापान (5.9 ट्रिलियन डॉलर) तीसरे और हॉन्ग कॉन्ग (4.8 ट्रिलियन डॉलर) चौथे नंबर पर है। इसके बाद भारत पांचवें नंबर पर है।
पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है भारत
मैक्रो लेवल पर भारत अभी 3.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी (Fifth Largest Economy) है। अमेरिका पहले, चीन दूसरे, जर्मनी तीसरे और जापान चौथे नंबर पर है। 2030 तक भारत के सात ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने का अनुमान है। मार्केट कैप भी जीडीपी (GDP) के हिसाब से बढ़ेगा। जब भी जीडीपी दोगुनी होती है तो मार्केट कैप भी दोगुना हो जाता है। शेयरों की कीमत में तेजी और आईपीओ के रूप में नई लिस्टिंग से मार्केट कैप बढ़ता है। निफ्टी और सेंसेक्स के अगले पांच साल में डबल होने की उम्मीद है।