-
Advertisement
पुलिस महकमे पर बड़ा आरोप- IPS अफसर पुलिस वेलफेयर के पैसे में करते हैं घोटाले
Last Updated on August 30, 2021 by saroj patrwal
शिमला। राजनेता सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। देश के 90 फीसदी आईपीएस (IPS) अफसर पुलिस वेलफेयर (Police Wellfare) के पैसे में घोटाले करते हैं। ये आरोप ऑल इंडिया पुलिस मेन फेडरेशन के अध्यक्ष दिलावर सिंह (All India Police Men Federation President Dilawar Singh) ने पत्रकार वार्ता में लगाए हैं।
पुलिस के लिए बने आयोग
उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए एक आयोग बनाया जाए। जिसमें पुलिस की भी जवाबदेही तय की जाए। पुलिस महकमे में राजनेताओं (Politician) की शह पर भ्रष्टाचार हो रहा है। जब किसी मामले में पुलिस पर सवाल उठते हैं, तो छोटे कर्मचारियों पर गाज गिरती है। आईपीएस रैंक (IPS Rank) के अफसर बच कर निकल जाते हैं।
यह भी पढ़ें: हिमाचल: आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने फिर किया पत्रकारों को कॉल
कानूनों में बदलाव की जरूरत
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने कानून राज करने के लिए बनाए थे। देश की आज़ादी के वर्षों बाद भी यही कानून चल रहे है। इनको बदलने और सुधारने की जरूरत है। पुलिसकर्मियों के वेलफेयर के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। भारत में पुलिस का दुरुपयोग हो रहा है, लोकतंत्र में ऐसे नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसएचओ के ऊपर के रैंक वाले पुलिस अफसरों को लूटने के लिए लगाया गया। उनके पास कोई काम नहीं है। पुलिस को जनता के प्रति जवाबदेह बनाया जाए।
21 अक्टूबर में दिल्ली में बैठक
इंडिया पुलिस मैन एंड वुमन फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव दिलावर सिंह ने कहा है कि देश में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण पुलिस सुधार नहीं हो पा रहे हैं। संगठन सुधारों को लागू ना करने को लेकर पहले ही शीर्ष अदालत में कानूनी जंग लड़ रहा है। इसी मसले पर 21 अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी होगी। इसमें आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
पुलिसकर्मियों पर नहीं आने देंगे आंच
इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव एवं हिमाचल प्रदेश पुलिस कल्याण संघ के अध्यक्ष रमेश चौहान ने कहा कि वह राज्य के 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों के हितों पर किसी भी प्रकार की आंच नहीं आने देंगे। संघ संशोधित वेतनमान पर 2012 से एक महीने के अतिरिक्त वेतन न देने के मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेगा। उन्होंने ऐलान किया कि वह एक साल के अंदर इन पुलिस कर्मियों को अतिरिक्त वेतन करीब एक सौ करोड़ हर हाल में दिलाकर रहेंगे। अगर ऐसा नहीं किया तो वह संघ से इस्तीफा दे देंगे।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group