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किशन कपूर ने पूछा क्या पर्यटन को पुनर्जीवित के लिए आर्थिक पैकेज मिलेगा, जवाब मिला-नहीं
नई दिल्ली। संसद (Parliament) में भी बजट सत्र चल रहा है। हालांकि विपक्ष के हंगामे के कारण संसद को कई बार स्थिगत भी करना पड़ रहा है, लेकिन हिमाचल की कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट से सांसद किशन कपूर(MP Kishan Kapoor) लगतार सवाल पूछ रहे हैं। इस बीच सांसद किशन कूपर ने सवाल पूछा कि क्या सरकार पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित (Revive) करने के लिए राज्यों को किसी विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है ताकि पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित (Revive) किया जा सके, क्योंकि कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ था। इसके जवाब में केंद्र सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने जवाब दिया। प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है।
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दरअसल हिमाचल की आर्थिकी रीढ़ भी पर्यटन ही है, लेकिन कोरोना काल में हिमाचल की आर्थिकी को भी तगड़ा झटका लगा था, लेकिन अब सांसद किशन कपूर के सवाल पूछने के बाद यह साफ है कि पर्यटन क्षेत्र को लेकर हिमाचल को कोई भी राहत मिलने वाली नहीं हैं। इसके अलावा किशन कपूर ने हिमाचल प्रदेश के सीमांत और दूरस्थ क्षेत्रों में PMGSY के तहत सड़क निर्माण को गति प्रदान करने का अनुरोध भी किया।
लोकसभा में सांसद किशन कपूर (MP Kishan Kapoor) ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के 18 हजार 711 में से फरवरी तक केवल 13 हजार 997 गांवों को ही संपर्क सड़कों से जोड़ा गया है, लेकिन करीब 4 हजार 404 गांव तक अभी संपर्क सड़कों की सुविधा (Road Facility) ही नहीं। इसमें हिमाचल के करीब छह लाख 36 हजार 549 शामिल हैं। इसके साथ ही किशन कपूर ने संसद (MP Kishan Kapoor) में पूछ गए सवाल के बारे में भी प्रतिक्रिया दी। दरअसल सत्र में किशन कपूर ने दूरस्थ एवं सीमांत क्षेत्रों को संपर्क सड़कों से जोड़ने को लेकर सवाल पूछा था।
मंत्रालय से जवाब मिलने के बाद उत्तर पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि चीन से लगते लाहुल-स्पीति व किन्नौर (Lahul-Spiti and Kinnaur) के संबंध में तो जानकारी दी गई है, लेकिन हिमाचल के जिला चंबा (Chamba) के विषय में जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई गई। चंबा जिला की भी पाकिस्तान (Pakistan) से हवाई दूरी बहुत कम है। किशन कपूर ने कहा कि डलहौज़ी सर्किल (Dalhousie Circle) में 315 गांव के 82 हजार 464 लोग अभी भी संपर्क सड़क सुविधा (Road Facility) से वंचित हैं। इसके अलावा कांगड़ा जिला के पालमपुर और नूरपुर सर्किल (Palampur and Nurpur Circle) के में 307 गांवों के 18 हजार 582 लोग भी PMGSY के तहत संपर्क सड़क सुविधा से नहीं जुड़े हैं। उन्होंने कहा इन गांवों के लिए केंद्र सरकार को जनसंख्या संबंधी व अन्य मानकों के संबंध में छूट देनी चाहिए।