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हिमाचल में बारिश का कोहरामः 25 से अधिक की मौत, 40 से अधिक लापता
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। प्रदेश में जगह जगह बादल फटने व भूस्खलन से 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकि अभी तक कई लापता है। मंडी, सिरमौर, शिमला, हमीरपुर, बिलासपुर और सोलन में भी जगह-जगह जलभराव, लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने से कई घर खतरे की जद में आ गए।
शिमला के समरहिल इलाके के शिव मंदिर में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर पर पहाड़ गिरा, जिसके बाद मलबे में करीब 30 लोग दब गए। अभी तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। उधर फागली में भी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में एक मकान आ गया। इसमें चार लोगों के शव मिले हैं। अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। वही सीएम सुखविंदर सिंह और राज्यपाल भी मौके पर पहुचे है।सीएम ने करीब एक घण्टे तक रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से यहाँ लैंडस्लाइड हुआ है और अभी तक 5 शव निकाले गए है और रेक्सयू ऑपरेशन जारी है।
सोलन जिला के कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के ज़डौण गांव में देर रात डेढ़ बजे बादल फटने से एक परिवार के सात लोगों की मौत हो गई जबकि छह लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया है। मृतकों में चार बच्चे भी शामिल है। बीते दिन से हो रही भारी बारिश के कारण पंचायत सायरी के ज़डौण गांव में रति राम व उनके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। हरनाम का मकान में 4 व्यक्ति थे तथा रति राम के मकान में 9 व्यक्ति थे। रात को बादल फटने की घटना के बाद गांव वालों व पुलिस चौकी सायरी के कर्मियों की मदद से लोगों को सुरक्षित निकाला।
मंडी जिला में प्रकृति का कोप बरसा है। जिला में सात मील के पास बादल फटने से एक टिपर और एक ट्रक बह गया है, जिससे 70 से 80 लोग फंसे हुए हैं। यहां आए फ्लड 10-15 घरों के लोग बीच में फंसे हैं। दूसरी तरफ 6 मील के पास बादल फट गया है। कहीं के लिए भी बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। इसके अतिरिक्त समूचे हिमाचल से नुकसान की खबरे हैं। लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई ने बंद मार्गों को बहाल करने में जुट गया है। कटौला तहसील की सेगली पंचायत के खाशधार में गत रात एक घर ढह गया। घर ढहने से मलबे में लोग दब हए थे । अभी तक 7 शव बरामद किए गए है, 3 घायलों को भी रेस्क्यू किया गया। लापता लोगों की तलाशी का अभियान जारी है।एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार घटनास्थल पर जा रहे हैं।
कांगड़ा जिले के थुरल के साथ लगती पंचायत बलोह में बादल फटने से चौधरी बस्ती में एक मकान गिर गया और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मकान में रह रहे परिवार के चार सदस्यों को मुश्किल से बाहर निकाल कर थुरल के विश्राम गृह में ठहराया गया है। जवाली के अधीन राजोल पंचायत में भारी भूस्खलन होने से 3-4 मकान जमींदोज हो गए हैं जबकि साथ लगते 12-13 मकानों को खतरा पैदा हो गया है। मकान जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है जबकि साथ लगते मकान हवा में लटक गए हैं। फिलहाल कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
हमीरपुर के डीसी हेमराज बैरवा ने बताया कि जिला में लगातार भारी बारिश के कारण सार्वजनिक और निजी संपत्ति का बहुत ज्यादा नुक्सान हुआ है।पिछले 24 घंटों के दौरान जिला में 3 लोगों की मौत हुई है और 2 लोग लापता हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में अवरुद्ध हुई सडक़ों को जल्द बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग की मशीनरी पर्याप्त संख्या में लगाई गई है। बिजली और पानी की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए है।