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कोरोना देश के लिए बना अभिशाप- साढ़े तीन लाख से ज्यादा नए मामले, 3417 ने तोड़ा दम
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections in Five States) के नतीजों के बीच कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर देश में लगातार अभिशाप बना हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान 3,68,147 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी दौरान 3417 लोगों की जान गई है। इसी अवधि में रिकवर करने वालों का आंकड़ा 3,00,732 रहा है। इस वक्त देश में सक्रिय मामले 34,13,642 है,जबकि कुल (Infected Cases) संक्रमितों का आंकड़ा 1,99,25,604 पहुंच गया है। कोरोना से मरने वालों की संख्या 2,18,959 पहुंच गई है।
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इस सबके बीच चिंता का विषय ये है कि कोरोना की दूसरी लहर का कहर अभी तक पीछा नहीं छोड़ रहा कि तीसरी के आसार बन गए हैं। इसे लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक परेशान हो उठे हैं। हालांकि,ऐसा भी कहा जा रहा है कि वैक्सीन की उपलब्धता के चलते तीसरी लहर (Third Wave of Corona) से बचा जा सकता है। वैज्ञानिक (Scientists) इस बात को लेकर चिंतित है कि ना जाने तीसरी लहर कितनी घातक होगी। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर मांडे (CSIR Director General Dr Shekhar Mande) का कहना है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक तीसरी लहर को रोकने के उपाय में लगे हुए हैं।
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वहीं,देश की 13 विपक्षी पार्टियों ने एक साझा बयान में केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए सभी लोगों को मुफ्त में टीका (Free Vaccination) लगाया जाना चाहिए। इस बयान पर (Congress President Sonia Gandhi) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे सहित 13 नेताओं के हस्ताक्षर हैं। उन्होंने केंद्र से सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में (Ensure Uninterrupted Oxygen Supply) निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया क्योंकि कोरोना के बढ़ते मामलों का भार वे ही उठा रहे हैं। साथ ही इन नेताओं ने कहा, जब पूरे देश में (Epidemic) महामारी नियंत्रण से बाहर जा चुकी है तो हम केंद्र सरकार का आह्वान करते हैं कि वह पूरे देश में मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम सुनिश्चित करेगी। टीकाकरण के लिए 35,000 करोड़ रुपए के बजटीय आवंटन का इस्तेमाल इसके लिए होना चाहिए।