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राजनीति के बजाय केंद्र से 2000 करोड़ की अंतरिम राहत जुगाड़ें अनुराग, जयराम: बोले नेगी
शिमला। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी (Jagat Singh Negi) ने हिमाचल को आपदा राहत के रूप में केंद्र से 400 करोड़ रुपए की राहत जारी करने के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं को झूठ नहीं बोलना चाहिए। उन्हें राजनीति करने के बजाय केंद्र से हिमाचल के लिए 2000 करोड़ की अंतरिम राहत (Interim Relief) दिलाने में मदद करनी चाहिए।
जगत सिंह नेगी ने बयान में साफ कर दिया है कि हिमाचल को आपदा राहत के रूप में केंद्र से एक पैसा भी नहीं मिला है। केंद्र सरकार की ओर से राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) में हर वर्ष 360 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ में 90:10 के अनुपात में हर वर्ष हिमाचल (Himachal Pradesh) को अपने हिस्से की 360 करोड़ रुपये की धनराशि जून और दिसंबर के महीने में दो किस्तों में मिलती है। केंद्र सरकार ने यह दोनों किस्तें इस बार जुलाई में ही राज्य सरकार को जारी की है। SDRF के तहत हिमाचल प्रदेश की 315 करोड़ रुपये की बकाया धनराशि अभी भी केंद्र सरकार के पास पड़ी है, जिसे जल्द से जल्द जारी किया जाना चाहिए।
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सरकार ने केंद्र को लिखी चिट्ठी
राज्य सरकार ने 2000 करोड़ की अंतरिम राहत राशि जारी करने के लिए केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) केंद्र सरकार में मंत्री हैं और जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) पूर्व में सीएम रह चुके हैं। ऐसे में उन्हें तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए तथा प्रदेश की जनता के सामने झूठ नहीं बोलना चाहिए। नेगी ने कहा कि इस त्रासदी के दौरान हिमाचल प्रदेश में सरकारी और निजी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। बिजली, सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं के साथ-साथ सड़कों को भी भारी क्षति पहुंची है और इन सभी को पुनः स्थापित करने के लिए एक साल से अधिक का समय लगने की संभावना है।