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HRTC चालकों-परिचालकों की सेलरी से की जाए निजी बस ऑपरेटरों के नुकसान की भरपाई
शिमला। हिमाचल में पिछले दिनों एचआरटीसी के चालकों-परिचालकों (HRTC Drivers-Conductor) की हड़ताल और बस अड्डों को बंद करने से निजी बस आपरेटरों को काफी नुकसान हुआ है। निजी बस ऑपरेटर संघ ने उनके नुकसान की भरपाई एचआरटीसी के चालकों परिचालकों की तनख्वाह से करने की मांग उठाई है। यही नहीं हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ (Himachal Pradesh Private Bus Operators Association) ने उनकी मांग पूरा ना होने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी है। हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर एवं प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि एचआरटीसी के चालकों-परिचालकों ने बिना किसी मुद्दे को लेकर हड़ताल (Strike) की तथा बस स्टैंड (Bus Stand) बंद कर दिए, जिस कारण बस स्टेंड में निजी बसों की आवाजाही नहीं हो सकी। जिसके चलते निजी बस ऑपरेटरों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
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उन्होंने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों के खिलाफ चालकों और परिचालकों द्वारा की गई बयानबाजी भी तथ्यों से विपरीत है। उन्होंने कहा कि निजी बस ऑपरेटर संघ इस बारे में कानूनी राय ले रहा है तथा अगर एचआरटीसी के चालकों और परिचालकों द्वारा की गई बयानबाजी तथा आरोपों पर कोई कानूनी कार्रवाई बनती है, तो निजी बस ऑपरेटर संघ न्यायालय (Court) का दरवाजा खटखटायेगा। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के चालकों परिचालकों की हड़ताल के दौरान निजी बस ऑपरेटरों को हुए घाटे की भरपाई करने की मांग प्रबंध निदेशक से की है। उन्होंने कहा कि चालक परिचालक नारेबाजी करते उसमें कोई आपत्ति नहीं है बस स्टेंड बंद करने का अधिकार एचआरटीसी के कर्मचारियों को नहीं है। इसलिए प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ ने एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक से आग्रह किया है कि जो निजी बस ऑपरेटर को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई एचआरटीसी के चालकों परिचालकों की तनख्वाह से करें,अन्यथा न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
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