-
Advertisement
Corona संकट के बीच सरकार और WHO ने जारी किया फेक न्यूज अलर्ट
नई दिल्ली। भारत समेत समूचे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने उत्पात मचाया हुआ है। हजारों लोगों की जान लेने वाले इस वायरस के चलते विश्व के अधिकांश देश लॉकडाउन पर हैं। ऐसे में इस बीच कोरोना और उससे जुडी भ्रांतियों को लेकर अफवाहों का बाजार काफी गर्म हो गया है।
यह भी पढ़ें: ‘Coronavirus के खिलाफ जंग को हम एक साथ ही जीत सकते हैं, भूल जाएं धर्म-जाति’
जिसके बाद अब विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) और भारत सरकार (Govt of India) द्वारा कुछ मुद्दों को लेकर फेक न्यूज अलर्ट जारी किया गया है। आइये जानते हैं उनके बारे में….
‘Coronavirus के खिलाफ जंग को हम एक साथ ही जीत सकते हैं, भूल जाएं धर्म-जाति’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उसके नाम से वायरल हो रहे एक मेसेज पर रविवार शाम स्पष्टीकरण दिया। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मेसेज निराधार और फर्ज़ी है और लॉकडाउन को लेकर संगठन का कोई प्रोटोकॉल नहीं है। दरअसल, दावा था कि 21 दिवसीय लॉकडाउन के बाद 28 दिन का लॉकडाउन लागू होगा।
अमित शाह को कोरोना संक्रमण होने की तस्वीर फर्ज़ी, कृपया इसे शेयर ना करें: सरकार
प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने ट्विटर पर स्पष्टीकरण जारी कर उस तस्वीर को फर्ज़ी बताया है जिसमें लिखा है कि गृह मंत्री अमित शाह ‘कोरोना वायरस की चपेट’ में आ गए हैं। पीआईबी ने तस्वीर शेयर कर लिखा, “एक प्रमुख हिंदी न्यूज़ चैनल के नाम से सोशल मीडिया पर यह फर्ज़ी तस्वीर फैलाई जा रही है…कृपया इसे शेयर/फॉरवर्ड ना करें।”
कोरोना वायरस को नहीं मार सकती है बर्फ और ठंडा वातावरण: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया है कि इस बात पर विश्वास करने का कोई आधार नहीं है कि ठंडा वातावरण या बर्फ कोरोना वायरस या अन्य बीमारियों को मार सकती है। बकौल डब्ल्यूएचओ, बाहरी वातावरण/तापमान के बजाय शरीर का सामान्य तापमान 36.5°C-37°C होता है और कोरोना से बचने का सबसे बढ़िया तरीका अपने हाथों को धोते रहना है।
एथेनॉल और ब्लीच पीने से कोरोना वायरस के संक्रमण को नहीं रोका जा सकता है: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मेथेनॉल, एथेनॉल और ब्लीच पीने से कोरोना वायरस के संक्रमण को नहीं रोका जा सकता है और यह व्यक्ति के आंतरिक अंगों को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। बकौल डब्ल्यूएचओ, कई बार इनका इस्तेमाल फर्श पर कीटाणुओं को मारने के लिए होता है लेकिन कोविड-19 से बचने के लिए खुद को स्वच्छ रखें।
‘स्वास्थ्य मंत्रालय कर्मियों का 5 दिन का fवेतन फंड में दिया जाएगा’ वाली खबर गलत: सरकार
सोशल मीडिया पर एक नोटिफिकेशन वायरल हो रहा है जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के कर्मियों का 5 दिन का वेतन पीएम-केयर्स फंड में देने का निर्देश दिया गया है। सरकार ने इस पर स्पष्टीकरण जारी कर रहा है कि यह खबर फर्ज़ी है और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ऐसी कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है।