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जंगली मुर्गे पर सामने आए Jairam Thakur बोले, जनमंच के फुलके खल रहे थे, अब खुद मना रहे पिकनिक
Wild Chicken In Himachal CM Sukhu Dinner Menu : शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) के टिक्कर गांव में डिनर मेन्यू (Dinner Menu) में शामिल जंगली मुर्गे ने हंगामा खडा कर दिया है। समोसा प्रकरण के बाद अब हिमाचल की सियासत में जंगली मुर्गा सुबह से ही इंटरनेट पर डांस करता दिख रहा है। उधर, बीजेपी (BJP) ने इस मसले को हाथों-हाथ लेते हुए कहा है कि जंगली मुर्गा एक प्रोटेक्टेड कैटेगरी में आता है यानी शेड्यूल बर्ड की श्रेणी में, जिसको खाने में परोसा गया है, जोकि साफ तौर पर गैर कानूनी है। बीजेपी का कहना है कि जो वीडियो सामने आया है उसमें भी साफ दिख रहा है कि सीएम सुक्खू स्वयं गवर्नमेंट ऑफिशल्स और उनके साथ दौरे पर गए मंत्री को जंगली मुर्गा खाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
संरक्षित प्रजाति के जंगली मुर्गा खाने वालों को होती है जेल
जनता के घर द्वार जाकर लोगों की समस्याओं के निराकरण करने की हमारी योजना ‘जनमंच’ के फुलके जिन्हे खल रहे थे वह आज गाँव गाँव जा कर पिकनिक मना रहे हैं और क्या कर रहे है जनता सब देख रही है 🧐
संरक्षित प्रजाति के जंगली मुर्गा खाने वालों को जेल होती है, जुर्माना होता है लेकिन… pic.twitter.com/NjtN0iDjXN
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 14, 2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Leader of Opposition Jairam Thakur) ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर सीएम सुक्खू से जुड़े वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि जनता के घर द्वार जाकर लोगों की समस्याओं के निराकरण करने की हमारी योजना जनमंच के फुलके जिन्हें खल रहे थे वह आज गाँव-गाँव जाकर पिकनिक मना रहे हैं और क्या कर रहे है जनता सब देख रही है। जयराम ठाकुर ने आगे लिखा है कि संरक्षित प्रजाति के जंगली मुर्गा (Wild Chicken) खाने वालों को जेल होती है, जुर्माना होता है लेकिन मुख्यमंत्री महोदय मुर्गा खिलाने का पहले मेन्यू छपवाते हैं और फिर अपने मंत्रियों को अपने सामने चटकारे ले लेकर खिलाते हैं। क्या यही व्यवस्था परिवर्तन है?
चेतन बरागटा बोले,यह साफ तौर पर गैर कानूनी
उधर, बीजेपी प्रवक्ता एवं सोशल मीडिया विभाग के प्रभारी चेतन बरागटा (Chetan Bragta) ने कहा है कि जंगली मुर्गा सीएम के रात्रिभोज के लिए गवर्नमेंट द्वारा प्रकाशित किए गए मेन्यू पर भी दर्शाया गया है। यह साफ तौर पर गैर कानूनी है। चेतन ने कहा कि यह नैतिकता का भी उल्लंघन है, हिमाचल प्रदेश देवभूमि है यहां जंगली जानवरों के साथ पशु पक्षियों को भी आदर-सम्मान दिया जाता है और इस प्रकरण से साफ झलकता है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार हिमाचल प्रदेश में वह कितनी गंभीर है। चेतन ने कहा सीएम सुक्खू मीडिया के सामने आएं और जो यह पूरा प्रकरण हुआ है उस पर देवभूमि हिमाचल की जनता से माफी मांगे और जो लोग इसमें सम्मिलित हैं उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
सीएम सुक्खू ने खुद नहीं खाया
सीएम सुक्खू शुक्रवार को सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत कुपवी के दूरदराज क्षेत्र टिक्कर (Tikkar in Kupvi) गांव पहुंचे थे। सीएम यहीं रात को रुके। सीएम के रात्रिभोज में कई तरह व्यंजन तैयार किए गए थे,उन्हीं में से एक जंगली मुर्गा भी शामिल था। जबकि हिमाचल में जंगली मुर्गे का शिकार प्रतिबंधित है। बस फिर क्या था इंटरनेट पर जंगली मुर्गे ने बवाल मचाना शुरू कर दिया। ये अलग बात है कि सीएम सुक्खू ने खुद नहीं खाया,फिर भी समोसे के बाद अब ये नया बवाल उनके गले की हड्डी बन बैठा।
-संजू चौधरी