-
Advertisement

वापल लो मेंटेनेंस गैंग को हटाने के फरमान, नहीं तो बिजली बोर्ड मुख्यालय का होगा घेराव
बिलासपुर। आउटसोर्स इंप्लाइज यूनियन का सम्मेलन (Outsource Employees Union Conference) विद्युत विश्राम गृह बिलासपुर (Bilaspur) में संपन्न हुआ। इसमें हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन (Himachal Pradesh State Electricity Board Employees Union) के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन में मेंटेनेंस गैंग (Maintenance Gang) के हटाने के निर्णय को वापस लेने की मांग की गई है। साथ ही चेताया कि अगर निर्णय वापल ना लिया तो 30 मार्च को बिजली बोर्ड मुख्यालय का घेराव करेंगे और धरना देंगे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि बिजली बोर्ड के प्रबंधक वर्ग द्वारा 25 फरवरी को मेंटेनेंस गैंग को नवनियुक्त जूनियर टी-मेट (T-Mate), हेल्पर की ज्वाइनिंग के साथ ही हटाने का जो फरमान जारी किया था, बिजली बोर्ड के प्रबंधक वर्ग ने अपने ताजा आदेशों में भी पिछली उसी शर्त को बरकरार रखा है, जिसका यूनियन पुरजोर विरोध करती है।
यह भी पढ़ें: Himachal: पीडब्ल्यूडी ने किया पंचायत की जमीन पर कब्जा, ग्रामीणों ने सड़क पर उतर खोला मोर्चा
30 मार्च को कर्मचारी बोलेंगे हल्ला
उन्होंने कहा हालांकि प्रदेश भर से मुख्य अभियंताओं के कार्यालयों के माध्यम से मंगवाई गई रिपोर्ट के मुताबिक फील्ड में तकनीकी कर्मचारियों के हजारों पद खाली चले हैं और फील्ड अधिकारियों कर माध्यम से मेंटेनेंस गैंग की सेवाओं को निरंतर जारी रखने की सिफारिश भी की गई है। उन्होंने कहा कि यूनियन, बिजली बोर्ड के प्रबंधक वर्ग से बिजली व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए मेंटेनेंस गैंग की सेवाओं को जारी रखने की अनुमति प्रदान करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि अगर बोर्ड प्रबंधक वर्ग मेंटेनेंस गैंग को हटाने के निर्णय को वापस नहीं लेता है तो मजबूरन 30 मार्च को हजारों कर्मचारी बिजली बोर्ड मुख्यालय का घेराव करेंगे तथा धरना देंगे।
यह भी पढ़ें: Palampur: पशु चिकित्सा व पशु विज्ञान अध्यापक संघ की नई कार्यकारिणी गठित
यूनियन की बैठक बुलाने को आवाज बुलंद
उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारियों के बहुत सारे मसले लंबे अरसे से प्रबंधक वर्ग के पास लंबित पड़े हैं और कई मामले पिछले डेढ़ साल से सर्विस कमेटी (Service Committee) के पास लंबित हैं, कर्मचारियों के मसलों का समाधान ना होने से प्रदेश भर में कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। खरवाड़ा ने कहा कि बोर्ड प्रबंधन तुरन्त यूनियन की बैठक बुला कर आपसी बातचीत करके तुरन्त ज्वलंत मसलों का समाधान करे। उन्होंने कहा कि यूनियन के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक 25 मार्च को यूनियन मुख्यालय शिमला में होना तय की गई है, जिसमें 30 तारीख की तैयारियों को लेकर रणनीति तय की जाएगी। खरवाड़ा ने पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलनरत कर्मचारियों के आंदोलन का भी पुरजोर समर्थन किया है और प्रदेश सरकार से सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाए जाने की मांग की है।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group