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#Una: स्थानीय युवाओं पर बाहरी लोगों के हमलों पर MLA तल्ख, दे डाली ये Warning
ऊना। विधानसभा क्षेत्र ऊना के तहत पड़ते फतेहपुर में पिछले दिनों रेत के डंप पर दो गुटों में हुई खूनी वारदात को लेकर स्थानीय विधायक सतपाल सिंह रायजादा (MLA Satpal Singh Raizada) ने तल्ख तेवर दिखाए हैं। रविवार को विधायक रायजादा इस वारदात में घायल हुए फतेहपुर निवासी सुखविंदर सिंह और हरदेव सिंह के घर पहुंचे। जहां उन्होंने दोनों युवकों का कुशलक्षेम जाना। वहीं, सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि स्थानीय युवकों (Local Youth) पर बाहरी लोगों के हमले (Attack) बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। रायजादा ने कहा कि इस सरकार के साए में बाहरी राज्यों के लोग ना सिर्फ यहां आकर रेत माफिया के रूप में दनदना रहे हैं, बल्कि माफिया स्थानीय लोगों पर हमलावर भी हो चुके हैं। जिसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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विधायक ने कहा कि इस पूरी घटना में पुलिस विभाग का रोल बेहद संदेहास्पद रहा है। विधायक ने आरोप जड़ा की पुलिस की मौजूदगी में इन दोनों युवकों से हमलावरों ने गाली गलौज किया और मारपीट भी की, लेकिन पुलिस ने यह सब देखकर आंखें मूंद ली और मामले से किनारा कर लिया। जिसका नतीजा यह रहा कि हमलावरों ने दोनों युवकों को किडनैप किया और उनके साथ बुरी तरह मारपीट (Beating) करते हुए उन्हें लहूलुहान कर डाला। विधायक ने कहा कि वारदात को इतने दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस का इस मामले में कोई कार्रवाई ना करना यह दर्शाता है कि पुलिस भी खनन माफिया के इस खेल में पूरी तरह हिस्सेदार है। ना तो युवकों पर हमला करने वाले लोगों को अभी तक थाना में तलब किया गया है और ना ही उन्हें किडनैप (Kidnap) करने के लिए इस्तेमाल की गई बीएमडब्ल्यू कार को भी बरामद किया गया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द पुलिस ने इस मामले पर कड़ी कार्रवाई ना की तो कांग्रेस को सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा। विधायक ने दावा किया कि फतेहपुर गांव के ग्रामीण इस मामले में पूरी तरह उनके साथ हैं।
ग्रामीणों की चेतावनी, पुलिस अधिकारियों का किया जाएगा घेराव
फतेहपुर के ग्रामीणों ने दो टूक कहा है कि वारदात में घायल (Injured) हुए दोनों युवकों को इंसाफ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस इस मामले पर कार्रवाई नहीं करेगी तो ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। वहीं पुलिस के बड़े अधिकारियों का घेराव करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब गेंद सरकार के पाले में है कि हमलावरों पर कार्रवाई करनी है या फिर ग्रामीणों के विरोध का सामना।
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