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चुनाव लड़ने से बेटी के बाद मुकेश अग्निहोत्री का इनकार, बोले- पारिवारिक स्थिति अनुकूल नहीं
Lok Sabha Election 2024: ऊना। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) लड़ने की अटकलों को पूरी तरह से विराम दे दिया है। हालांकि कुछ दिन पूर्व उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री (Aastha Agnihotri) भी लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को विराम दे चुकी है। गुरुवार को ऊना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि ना तो वह यह चुनाव लड़ रहे हैं और ना ही उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री किसी चुनावी मैदान में उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री को लोकसभा चुनाव लड़ने के साथ गगरेट (Gagret) विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने का भी प्रस्ताव मिला था। उन्होंने बड़ी विनम्रता के साथ यह चुनाव लड़ने में असमर्थता जता दी थी।
धर्मपत्नी के निधन के चलते परिवार सदमे में
वहीं मुकेश अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि उनको चुनाव लड़ने का कोई प्रस्ताव (Proposal) नहीं मिला है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हाल ही में उनकी धर्मपत्नी का निधन हुआ है जिसके चलते उनके परिवार अभी उस सदमे से उबर भी नहीं पाया है। इन परिस्थितियों में किसी भी प्रकार का चुनाव लड़ने के बारे में ना तो वह सोच सकते हैं और ना ही उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री।
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प्रदेश के कुछ पत्रकारों को नसीहत
डिप्टी सीएम ने प्रदेश के कुछ पत्रकारों को भी बार-बार लोकसभा चुनाव में उनका नाम घसीटने पर नसीहत दी। उन्होंने कहा कि उनका नाम बार-बार सर्वेक्षण में टॉप पर होने की बात कही जा रही है। लगातार पांच चुनाव जीतकर डिप्टी सीएम (Deputy CM) के पद तक पहुंचे हैं और जब भी सर्वे हुआ है, वह हर सर्वे में अव्वल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल में टिकट का आवंटन उसका हाईकमान करता है लेकिन कुछ पत्रकार खुद ही टिकट आवंटन करके बैठे हैं। इस तरह से झूठ फैलाने पर पत्रकारिता की विश्वसनीयता को भी बट्टा लगता है।
एक-दो दिन में प्रत्याशियों के नाम का होगा ऐलान
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि एक या दो दिन में प्रत्याशियों (Candidates) के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा सभी को पता चल जाएगा कि कौन चुनाव लड़ रहा है कौन नहीं। उन्होंने हैरानगी जताई कि इस तरह के सर्वे ऐसे लोगों के पास आसानी से पहुंच जाते हैं, लेकिन जिसके संबंध में वह सर्वेक्षण हो उसे ही पता नहीं होता। उन्होने कांग्रेस हाई कमान का उनकी बेटी को लोकसभा चुनाव के साथ-साथ गगरेट विधानसभा उपचुनाव लड़ने का प्रस्ताव देने पर आभार व्यक्त किया। किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता के लिए इससे बड़ा और कोई सम्मान नहीं होता कि उसका हाई कमान उसे चुनावी राजनीति में आने के लिए प्रस्ताव दें। वहीं उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में यदि उनकी पारिवारिक स्थिति सामान्य होती तो हाई कमान के इस प्रस्ताव पर अवश्य सकारात्मक निर्णय लिया जा सकता था।