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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ को दिलवाई 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ
जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar ) देश के 14वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu ) ने शपथ दिलाई। इस मौके पर पीएम मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनता दल से की थी। वह 1989 में झुंझनूं के सांसद बने। वहीं वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में उन्हें 1989 से 1991 तक केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया था। जब 1991 में हुए लोकसभा चुनावों में जनता दल ने उनका टिकट काट दिया तो वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने अजमेर से किशनगढ़ से कांग्रेस की टिकट पर सन 1993 में इलेक्शन लड़ा और विधायक बन गए। 2003 में वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। वहीं 2019 में जगदीप धनखड़ को पश्चिमी बंगाल का राज्यपाल बनाया गया। उनका जन्म 18 मई सन 1951 को राजस्थान के झुंझनू जिले के किठाना में हुआ था।
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उनके पिता का नाम गोकल चंद (Name Gokal Chand) और मां का नाम केसरी देवी है। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ान गांव किठाना में ही की। गांव में पांचवीं तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनका दाखिला गरधाना के सरकारी मिडिल स्कूल में हुआ। इसके बाद उन्होंने चित्तौड़गढ़ में पढ़ाई की। बारहवीं के बाद उन्होंने भौतिकी में स्नातक किया। तत्पश्चात उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यायल में कानून की पढ़ाई की। 12वीं के बाद उनका चयन आईआईटी और फिर एनडीए के लिए भी हुआ था लेकिन वह नहीं गए और इसके बाद सिविल सर्विसेज की परीक्षा (civil services exam) भी उत्तीर्ण कर ली। मगर बाद में उन्होंने वकालत का ही पेशा चुना। हाईकोर्ट से ही उन्होंने वकालत भी शुरू की। वे राजस्थान बार काउंसिल के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
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