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हमीरपुर बीजेपी की समीक्षा बैठकः एक दूसरे पर फोड़ा हार का ठीकरा
विधानसभा चुनावों में जिला में करारी हार झेलने के बाद हमीरपुर बीजेपी मंडल की बैठक पार्टी के चुनाव प्रचार कार्यालय पक्का भरो में हुई। बैठक के दौरान खूब गहमागहमी भी हुई। इस बैठक में पार्टी नेताओं ने एक दूसरे पर कई निशाने साधे। पार्टी नेताओं का कहना था कि विकास कार्यों की हमीरपुर में कोई कमी नहीं रही। यहां के पार्टी प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर ने जहां जरूरी था, वहां पर नए संस्थान खुलवाए। लेकिन पार्टी के भीतर कुछ प्रमुख लोगों ने जो माहौल बनाया। उसी की वजह से ना केवल हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में बल्कि पूरे जिले में पार्टी की नैया डुबाने में उनका खास योगदान रहा है।
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कुछ नेताओं का कहना था कि 2 साल पहले से ही हमीरपुर में टिकट के बदलाव की चर्चाएं पार्टी के ही लोगों और खासकर एक वर्ग ने शुरू कर दी थीं। फिर माहौल कैसा होगा? इसकी समीक्षा खुद ही हो जाती है। इस कार्य में कौन लोग शामिल थे, इसका सभी को पता है और अब समीक्षा रिपोर्ट बनाकर पार्टी हाईकमान को भेजी जाएगी।
मंडल अध्यक्ष रमेश शर्मा ने जब हार के कारणों पर खुलकर बोला, तो उन्होंने जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि वे पद से इस्तीफा दे रहे हैं। लेकिन बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा। क्योंकि पहले जिला के प्रमुख इस्तीफा दें, यहां पांच शून्य हुआ है।
बैठक में तकरीबन 5 दर्जन पदाधिकारी और अन्य प्रमुख कार्यकर्ता थे। पार्टी प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि पार्टी जनों को मायूस नहीं होना है। लेकिन जिन लोगों ने यहां पर पार्टी की नैया डुबाने में भूमिका निभाई है। उनकी रिपोर्ट बनाकर पार्टी हाईकमान को तो भेजनी ही होगी। एक चुनाव की हार से हम चुप नहीं बैठेंगे। पार्टी के लिए काम करते रहेंगे।
लेकिन उनका यह भी कहना था कि जिस अंदाज में संगठन के लोग हमीरपुर जिला में काम कर रहे हैं। उससे कहीं ना कहीं बड़ा नुकसान हो रहा है और भरपाई कैसे होगी?