हमीरपुर के समाजसेवी शांतनु के जुनून को कौन नहीं जानता। वह पिछले लगभग तीन दशक से हिमाचल प्रदेश में जहां कहीं भी लावारिस शव मिलता है उसका अंतिम संस्कार करने के बाद उनकी अस्थियों को हरिद्वार हर की पौड़ी में पिंडदान के साथ विसर्जन करते आ रहें है। अब तक वह 4975 दिवंगत की अस्थियों का विसर्जन कर चुके हैं।