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Jai Ram Govt का तर्क- किराया पुराना पर हेलीकॉप्टर नया, हुई बचत
शिमला। नए हेलीकॉप्टर (New Helicopter) को लीज पर लेने के मामले में जयराम सरकार (Jai Ram Govt) विपक्ष (Opposition) के निशाने पर है। इसी बीच जयराम सरकार ने तर्क दिया है कि हेलीकॉप्टर का किराया वही है, जो पहले दिया जा रहा था, लेकिन हेलीकॉप्टर नया है। यहां कैबिनेट (Cabinet) निर्णयों की जानकारी देने पहुंचे शहरी विकास एवं आवास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development and Housing Minister Suresh Bhardwaj) ने कहा कि हिमाचल सरकार ने हेलीकॉप्टर एमआई 172 लेने के लिए 17 सितंबर 2019 को टेंडर प्रक्रिया के द्वारा मेसर्ज स्काई वन एयरबेज लिमिटेड से एमओयू (MOU) साइन कर करार किया था। उन्होंने कहा कि हिमाचल में आज तक पिछले अनेकों वर्षों से चाहे सीएम वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) रहें हों या फिर प्रेम कुमार धूमल रहे हों, हमेशा हेलीकॉप्टर सर्विसेस मौजूद रहीं हैं।
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नए करार के मुताबिक हेलीकॉप्टर 2019-20 का मॉडल है। 2019 में एमओयू साइन हुआ था और अब मिलने जा रहा है। लेट डिलीवरी देने के लिए कंपनी को दस लाख प्रति महीने के हिसाब से पेनलिटी (Penalty) पड़ी है। यह करीब आठ करोड़ बनती है। हालांकि कंपनी ने कोरोना के चलते इसमें छूट मांगी है। उन्होंने कहा कि लीज पर हेलीकॉप्टर लेना कोई नई बात नहीं है। विपक्ष के लोग इस मामले में अनावश्यक कमेंट कर रहे हैं तो उन्हें बात देना चाहते हैं कि छोटे हेलीकॉप्टर में दो क्रू मेंबर सहित पांच लोग ही बैठ सकते थे। पांगी (Pangi) आदि में तीन लोगों को भी ले जाना मुश्किल होता है। वर्ष 2013 में कांग्रेस सरकार ने भी लीज पर हेलीकॉप्टर लिया था। उस वक्त का किराया और अब का किराया बराबर ही है। उन्होंने विपक्ष से सवाल पूछा है कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह जब दिल्ली केस लड़ने के लिए जाते थे तो वह घोड़े, गधे या खच्चर पर जाते थे या हेलीकॉप्टर में जाते थे।
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उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर लीज पर लेने के टेंडर (Tender) में पारदर्शिता बरती गई है। यह आम जनता और जनजातीय लोगों के लिए हित के लिए है। बैठने की क्षमता बढ़ी है, लेकिन किराया उतना ही है। पहले भी हेलीकॉप्टर का किराया प्रति घंटे पांच लाख दस हजार दिया जा रहा है और अब भी इसी किराए में करार हुआ है। जयराम सरकार ने इसमें बचत की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ट्रायल पूरे होंगे। कंपनी ने 24 मई तक का समय मांगा था। 13 अप्रैल को हेलीकॉप्टर दिल्ली (Delhi) पहुंच चुका है। वहां पर आवश्यक कार्रवाई के बाद संचालन शुरू होक सकेगा। उन्होंने संभावना जताई कि पांच जून तक हेलीकॉप्टर हिमाचल को मिल जाएगा।