-
Advertisement
महंगा हो सकता है तेल-साबुन-टूथपेस्ट, क्या है Inflation की वजह
नई दिल्ली। कोरोना काल में गिरती अर्थव्यवस्था (Economy) और ऊपर से महंगाई (Inflation) ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। अब खबर आ रही है कि रोजमर्रा से जुड़े सामान जैसे तेल, साबुन, टूथपेस्ट के दाम (Price) भी बढ़ सकते हैं। इन सामानों का उत्पादन (Production) करने वाली एफएमसीजी कंपनियां (FMCG Companies) इनके दाम बढ़ाने पर विचार कर रही है। जाहिर है रोज इस्तेमाल (Daily Use) की जाने वाली वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे तो आपकी जेब (Pocket) पर भी इसका खासा असर पड़ेगा। हालांकि देखना यह है कि कंपनियां उत्पादों के दाम में कितनी फीसदी की बढ़ोतरी करती है।
बताया जा रहा है कि उक्त उत्पादों में चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी की जा सकती है। एफएमसीजी मैरिको सहित कुछ अन्य कंपनियां पहले ही सामानों के दाम में बढ़ोतरी कर चुकी है, जबकि अब दूसरी कंपनियां भी दाम बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। उत्पादों में चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है। दरअसल कच्चे माल के दाम बढ़ने के कारण अब कंपनियां उत्पादों के दाम बढ़ाने की बात कह रही हैं। अभी तक दाम ना बढ़ाने वाली कंपनियों का कहना है कि कच्चे माल के दाम में बढ़ोतर हो चुकी है। ऐसे में वो ज्यादा समय तक दामों बढ़ोतरी को नहीं रोक सकते।
ये भी पढ़ें – सब्जी है या गहना ! दाम सुनकर आप भी रह जाएंगे हक्के-बक्के
पारले प्रोडक्ट्स के वरिष्ठ श्रेणी प्रमुख मयंक शाह ने बतया कि तीन-चार महीने में खाद्य तेल जैसे सामान में वृद्धि दर्ज हुई है। इससे मार्जिन और लागत पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि कंपनी ने कोई मूल्य वृद्धि नहीं की है, लेकिन यदि कच्चे माल में वृद्धि का सिलसिला जारी रहता है तो फिर हम भी दाम बढ़ाएंगे। मयंक शाह ने कहा कि यह वृद्धि कम से कम चार से पांच फीसदी की हो सकती है।
क्या कह रहे कंपनियों के अधिकारी
इसके अलावा डाबर इंडिया के मुख्य वित्तीय अधिकारी ललित मलिक ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आंवला और सोने के दाम में वृद्धि देखी गई है। आने वाले समय में हमें कुछ प्रमुख चीजों में महंगाई बढ़ने की संभावना लगती है। हमारा प्रयास होगा कि कच्चे माल के दाम की वृद्धि को खुद ही वहन करें और केवल कुछ चुने मामलों में ही न्यायोचित मूल्य वृद्धि होगी। यह वृद्धि बाजार की प्रतिस्पर्धा को देखते हुए भी तय हो सकती है।
पतंजलि आयुर्वेद ने दाम बढ़ोतरी को लेकर फिलहाल कोई भी निर्णय नहीं लिया है। पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि हम कोशिश करते हैं कि बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव से बचा जाए, लेकिन बाजार परिस्थितियां यदि मजबूर करतीं हैं तो हम उस पर अंतिम निर्णय लेंगे।