- Advertisement -
शिमला। विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) के दूसरे दिन आज विपक्ष ने वॉकआउट (Walkout) किया। हालांकि वाकआउट सदन की कार्यवाही स्थगित होने के कुछ देर पहले ही किया गया। कोरोना (Corona) को लेकर नियम 67 के तहत लाए प्रस्ताव पर चर्चा में कांग्रेस (Congress) के तीन विधायकों कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर, शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह, ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा और कांगड़ा के विधायक पवन काजल को बोलने का मौका ना देने पर विपक्ष भड़क गया और सदन से वाकआउट कर दिया। बता दें कि सदन में विपक्ष द्वारा नियम 67 के तहत लाए प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी। अभी कांग्रेस के उक्त विधायक बचे थे। इसी बीच स्पीकर ने स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) डॉ राजीव सैजल को अपनी बात रखने का मौका दे दिया। इससे विपक्ष भड़क गया।
विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने कहा कि सदन में कोई सीनियर नहीं होता है। सभी चुनकर आए हैं और सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। स्पीकर ने एक तरफ ऐलान कर दिया कि अब मंत्री बोलेंगे। उन्होंने कहा कि आज मंत्री ही तो बोले हैं। नियम 67 के तहत प्रस्ताव विपक्ष का है और हमने बात रखनी है। लेकिन, चार विधायकों को बोलने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को फेस नहीं कर सकती है। कुल्लू में कोविड केयर फंड (Covid Care Fund) लेकर घोटाला हुआ है। इसके बारे कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर ने बात रखनी थी, लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। कुल्लू के विधायक संुदर ठाकुर ने कहा कि पूर्व विधायक ने पीएम केयर फंड व सीएम केयर फंड के नाम पर बूथ लेबल पर पैसा इकट्ठा किया। जब पैसा इकट्ठा हो गया तो बोला की इसके तीन हिस्से होंगे। उन्हांेने कहा कि कुल्लू में कोविड केयर फंड की लूट की विजिलेंस से जांच हो।
- Advertisement -