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Results for "हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र"
मानसून सत्र: विपक्ष के विरोध के बीच सरकार ने बढ़ाई कर्ज लेने की सीमा, विधेयक पारित
10 अगस्त से शुरू हुआ विधानसभा का मानसून सत्र 13 अगस्त को समाप्त हो गया। तीन दिन चले मानसून सत्र की कार्रवाईं 22 घंटे 40 मिनट्स चली।
कैग रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, संदेह के घेरे में हिमाचल सरकार का वित्त विभाग
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 227.65 करोड़ रुपए की राशि, उपवाउचर और अन्य सहायक दस्तावेज वास्तविक व्यय के प्रमाण के रूप में प्रधान महालेखाकार को प्रस्तुत नहीं किए गए।
मानसून सत्र: विधानसभा में आज एक ही दिन में पेश हुए 10 विधेयक, यहां जाने डिटेल
प्रदेश सरकार ने इसे लेकर विधान सभा सदस्यों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के वेतन व भत्ता कानून में संशोधन का मसौदा तैयार कर लिया है।
मानसून सत्र के तीसरे दिन नोकझोंक के बीच ठहाके भी गूंजे, जाने क्या था मामला
कर्ज को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए कर्ज सरकार लेती रही हैं।
मानसून सत्र: शिक्षा विभाग में भरे जाएंगे 1927 पद, 1935 पर चल रही भर्ती प्रक्रिया
मानसून सत्र के तीसरे दिन राजस्व व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में आपदा राहत मैनुअल को बदलने की घोषणा की।
हिमाचल विधानसभा में विधेयक पेश, जबरन धर्म परिवर्तन करवाया तो होगी सजा
मानसून सत्र में धर्म स्वतंत्रता संशोधन विधेयक 2022 को पेश किया। दो या दो से अधिक धर्म परिवर्तन करते हैं तो इसे सामूहिक धर्म परिवर्तन ही समझा जाएगा।
मानसून सत्र: शिमला में बढ़ते दवाब को कम करे सरकार, CM बोले- गंभीर है मुद्दा
सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ध्वाल को खुराहल क्षेत्र से जोड़ने वाले वन विभाग के पुराने पुल को तोड़ने के लिए दो दिन के भीतर टेंडर किया जाएगा।
हिमाचल: एसएफआई ने किया विधानसभा का घेराव, पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई
बता दंे कि छात्र संघ एसएफआई के उग्र विरोध प्रदर्शन (Protest) बेकाबू ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
मानसून सत्र: गाड़ियों की सूचना ना मिलने पर हुई तकरार, स्पीकर से जताई नाराजगी
उन्होंने अध्यक्ष से कहा विधानसभा में विपक्ष अपनी बात नहीं रखेगा, तो कहां रखेगा। कल भी हमें पूरी तरह से चर्चा नहीं करने दी गई। विपक्ष को आप का संरक्षण प्राप्त होना चाहिए।
मानसून सत्र: MLA को पेंशन तो कर्मचारियों को क्यों नहीं, CM बोले-मुशिकल काम है OPS बहाली
सिंघा ने सदन में विद्या उपासकों के उदाहरण से साबित किया कि ऐसा संभव हो सकता है। विद्या उपासक वर्ष 2000 में भर्ती हुए और 2007 में नियमित हो गए।