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Results for "मकर संक्रांति"
प्रदेश में लोहड़ी की धूम, लोगों ने अलाव जलाकर डाली तिल-गुड़ और मूंगफली की आहुतियां
गंज बाजार में मक्की की रोटी और सरसों के साग का भंडारा लगाया गया। इस भंडारे में मक्की की रोटी बनाने के लिए विशेष तौर पर पंजाब से कारीगर बुलाए गए थे।
काशी विश्वनाथ में स्पर्श दर्शन के लिए जरूरी होगा ये Dress code, जींस-पैंट वालों को अनुमति नहीं
काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर तय की गई नई व्यवस्था के तहत अब जींस, पैंट, शर्ट और सूट पहने लोग दर्शन तो कर सकेंगे लेकिन उन्हें स्पर्श दर्शन करने की अनुमति नहीं होगी।
CM सतलुज आरती के साथ करेंगे तत्तापानी पर्यटन महोत्सव का आगाज
सांस्कृतिक संध्या में इंडियन आइडल पायल ठाकुर व किशन वर्मा स्टार कलाकार के साथ-साथ स्थानीय कलाकार भी गीत संगीत से लोगों का मनोरंजन करेंगे।
Kangra Airport के विस्तारीकरण को लेकर क्या बोले जयराम-जानिए
न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सहजल को मंदिर में न जाने देने पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि समाज में समरसता बहुत जरूरी है।
कोटखाई में फंसी Haryana के पर्यटकों की गाड़ी, पुलिस ने तीन को किया रेस्क्यू
लाहौल-स्पीति के केलांग में पांच इंच, सीसू में नौ इंच बर्फ पड़ी। इसी तरह से जिला शिमला के खिड़की में भी एक फीट बर्फ पड़ी है।
अधिकमास में भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए क्या करें, पढ़े
हिंदू धर्म का विशेष महीना अधिकमास शुरू हो चुका है। इसे मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। 19 वर्षों बाद खास संयोग से यह सावन के महीने में ही शुरू हो गया है। अधिकमास की अवधि में किसी भी तरह के शुभ कार्यों की मनाही होती है, साथ ही इस माह में दान… Continue reading अधिकमास में भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए क्या करें, पढ़े
साल 2020 का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात आज, जानें इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण
आज साल 2020 का सबसे छोटा दिन है। ये एक खगोलीय घटना (Astronomical Phenomena) के कारण होता है जिसे विंटर सॉल्सटिस कहा जाता है। इस खगोलीय घटना में सूर्य कर्क रेखा (Tropism) से मकर रेखा की तरफ उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर प्रवेश करता है और इस अवधि में सूर्य की किरणें बहुत कम समय… Continue reading साल 2020 का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात आज, जानें इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण
कुंडली में मजबूत एवं दुष्ट ग्रहों को शांत करने के लिए ऐसे करें दान-पुण्य
जन्म कुण्डली में कुछ ग्रहों को मजबूत एवं दुष्ट ग्रहों को शांत करने के लिए तो हम दान-पुण्य करते ही हैं, लेकिन ग्रहों की कैसी स्थिति में हमें कैसा दान नहीं करना चाहिए, यह भी जानने योग्य बात है।