-
Advertisement
‘महोदय, कन्या देखने जा रहे हैं’; 5 दिन की छुट्टी चाहिए, लेटर हुआ वायरल
लखनऊ। छुट्टी मांगना भी एक कला है। खासकर अगर वजह इमानदार और इमोशनल हो तो छुट्टी मिल ही जाती है। यूपी के फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की छुट्टी का लेटर वायरल (Leave Application Letter) हो रहा है। दरअसल, उसने जिस अंदाज में छुट्टी के लिए लेटर लिखा, उसे देखते ही सीओ सिटी ने उसकी छुट्टी मंजूर कर दी। कॉन्स्टेबल ने अपने लेटर में लिखा, ‘महोदय, सादर अवगत कराना है कि प्रार्थी के पिताजी ने प्रार्थी को दूरसंचार (Telephone) के माध्यम से सूचित किया है कि वह प्रार्थी के लिए कन्या देखने जा रहे हैं। प्रार्थी की पुलिस में नौकरी लगे तीन वर्ष होने जा रहे हैं। अभी तक प्रार्थी का विवाह नहीं हुआ है। महोदय पुलिस के लड़के की शादी के रिश्ते भी ना के बराबर आ रहे हैं।’
‘विवाह की आयु अपनी अंतिम सीढ़ियों पर है’
अपने लेटर में कॉन्स्टेबल ने आगे लिखा, ‘श्रीमान बड़ी ही मुश्किल से एक अच्छा रिश्ता मिला है। महोदय, प्रार्थी की विवाह की आयु भी अपनी अंतिम सीढ़ियों पर है। अत: श्रीमान जी से निवेदन है कि प्रार्थी को 5 दिन का आकस्मिक अवकाश (EL) प्रदान करने की कृपा करें। महोदय की महान कृपा होगी।’ इसके साथ ही कॉन्स्टेबल ने अपने लेटर में ये भी जिक्र किया है कि उसके पास कितनी सीएल, कितनी ईएल और कितनी एमएल हैं।’
फर्रुखाबाद के सिपाही की छुट्टी का लेटर हुआ वायरल#Farrukhabad #ViralLetter pic.twitter.com/8AwJ5FLpKl
— MRATUNJAY PARASHAR (@parasharji24) September 10, 2023
दर्दभरा पत्र और मंजूर हुई 5 दिन की छुट्टी
कॉन्स्टेबल का ये दर्दभरा लेटर देखने के बाद सीओ सिटी ने भी देर नहीं लगाई और तुरंत उसकी पांच दिन की छुट्टी मंजूर कर दी। वहीं, सोशल मीडिया पर भी सिपाही का ये लेटर जमकर वायरल हो रहा है और यूजर्स उस पर कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘इस प्रार्थना पत्र से साफ जाहिर होता है पुलिस महकमे में छुट्टी (Not Easy to Get Leave In Police Department) आसानी से नही मिल रही।’
‘अबकी बार शादी पक्की हो जाएगी…’
मुकेश पचौरी नाम के यूजर ने लिखा, ‘अबकी बार लगता है, शादी पक्की हो जाएगी।’ वहीं विपिन सिंह नाम के एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘अपने ही घर जाने के लिए दूसरों से छुट्टी मांगना नौकरी है।’ इसके अलावा प्रतीक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘इस मार्मिक प्रार्थना पत्र के दर्शन करके नयनों में अश्रु आ गए, ह्रदय भावविभोर हो गया है। मेरी सक्षम अधिकारी से विनती है कि अवकाश स्वीकार कर दिया जाए।’